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14 Apr 2017 · 1 min read

बाबा साहेब डा० भीम राव अम्बेडकर के श्री चरणों में समर्पित चार पंक्तियाँ

बाबा साहेब के शुभ जन्मदिवस पर
चार पंक्तियाँ समर्पित

देश जब बरसों तलक त्रासदी को सहता है
तब कहीं ऐसा चमन में ये पुहुप खिलता है

गूँजती चारो दिशाओं में त्राहि की बोली
तब कोई ऐसा गुणी संविधान रचता है

प्रीतम राठौर
श्रावस्ती ( उ० प्र०)

Language: Hindi
410 Views
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