Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2017 · 1 min read

बस ग़ज़ल उनकी निशानी रह गई

ग़ज़ल
———-
??
और गुल की तो कहानी रह गई
बस चमन में रात रानी रह गई
??

दिल में छवि कोई पुरानी रह गई
आंखों में दरिया तूफानी रह गई
??
निकले हैं अरमां बहुत दिल के मगर
एक हसरत तो—- सयानी रह गई
??
कहते थे तुमको —- भुला न पायेंगे
बात सारी पर —— जुबानी रह गई
??
सो गये अरमान — सारे अब मेरे
फर्ज़ ही बस अब निभानी रह गई
??
इश्क़ है उनसे ये है उनको पता
बात बात उनको बतानी रह गई
??
फर्ज़ को अपने निभाता कौन है
लोगों की बस हक़ बयानी रह गई
??

मीर गालिब तो गये जग छोड़ कर
बस ग़ज़ल उनकी निशानी रह गई
??
खाब तो कबके मिटे “प्रीतम” मेरे
वो मिलेंगे —– बदगुमानी रह गई
??
प्रीतम राठौर भिनगई
श्रावस्ती (उ०प्र०)

1 Like · 1 Comment · 421 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कोई शिकवा है हमसे
कोई शिकवा है हमसे
कवि दीपक बवेजा
बेटियाँ
बेटियाँ
विजय कुमार अग्रवाल
एक गुलाब हो
एक गुलाब हो
हिमांशु Kulshrestha
जब ‘नानक’ काबा की तरफ पैर करके सोये
जब ‘नानक’ काबा की तरफ पैर करके सोये
कवि रमेशराज
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
सत्य कुमार प्रेमी
🙋बाबुल के आंगन की चिड़िया🙋
🙋बाबुल के आंगन की चिड़िया🙋
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
जब आओगे तुम मिलने
जब आओगे तुम मिलने
Shweta Soni
"फागुन गीत..2023"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"आत्म-निर्भरता"
*Author प्रणय प्रभात*
होली के रंग
होली के रंग
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
धर्म अधर्म की बाते करते, पूरी मनवता को सतायेगा
धर्म अधर्म की बाते करते, पूरी मनवता को सतायेगा
Anil chobisa
मौसम
मौसम
Monika Verma
क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sundeep Thakur
कल बहुत कुछ सीखा गए
कल बहुत कुछ सीखा गए
Dushyant Kumar Patel
दिल में हमारे
दिल में हमारे
Dr fauzia Naseem shad
2787. *पूर्णिका*
2787. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
Arvind trivedi
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
सोहनी-महिवाल
सोहनी-महिवाल
Shekhar Chandra Mitra
उतर चुके जब दृष्टि से,
उतर चुके जब दृष्टि से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था।
*सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था।
Sanjay ' शून्य'
श्री राम जय राम।
श्री राम जय राम।
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अल्फाज़ ए ताज भाग-11
अल्फाज़ ए ताज भाग-11
Taj Mohammad
मुहब्बत
मुहब्बत
बादल & बारिश
!! प्रेम बारिश !!
!! प्रेम बारिश !!
The_dk_poetry
"डर"
Dr. Kishan tandon kranti
चाँद से वार्तालाप
चाँद से वार्तालाप
Dr MusafiR BaithA
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
जब निहत्था हुआ कर्ण
जब निहत्था हुआ कर्ण
Paras Nath Jha
Loading...