Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Sep 2016 · 1 min read

बलिदान शहीदों का बेकार नहीं होगा

हर बार हुआ जो भी इस बार नहीं होगा
बलिदान शहीदों का बेकार नहीं होगा।1।

जब तक बाहुबल का व्यवहार नहीं होगा
हो चीज भले अपनी,अधिकार नहीं होगा।2।

उनींदे शेरों को; उकसाते हो, सताते हो
गद्दार कोई भी हो, स्वीकार नहीं होगा।3।

तकरीरें नहीं करनी,तकरार नहीं करना
नापाक हरकतों पे एतबार नहीं होगा।4।

मित्र-बंधु सा रहता, ऐतराज़ नहीं कोई
पीठ पे करे वो वार, स्वीकार नहीं होगा।5।

चंद लोग हमारे थे, जिन्हें था यकीं कमतर
सरकार भरोसे की, वो लाचार नहीं होगा।6।

हिन्द की सेना ने घर में घुस प्रहार किया
समझदार पड़ोसी हो, तो राड़ नहीं होगा।7।

इस पार हो जाए या उस पार ही हो जाए
अब ताशकंद जैसा, मझधार नहीं होगा।8।

-आनंद बिहारी, चंडीगढ़
29.09.2016
WhatsApp:9878115857

3 Comments · 827 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Dr.Priya Soni Khare
आदमियों की जीवन कहानी
आदमियों की जीवन कहानी
Rituraj shivem verma
Hum to har chuke hai tumko
Hum to har chuke hai tumko
Sakshi Tripathi
“मैं सब कुछ सुनकर भी
“मैं सब कुछ सुनकर भी
दुष्यन्त 'बाबा'
रिश्तों का एहसास
रिश्तों का एहसास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दूर कहीं जब मीत पुकारे
दूर कहीं जब मीत पुकारे
Mahesh Tiwari 'Ayan'
असली परवाह
असली परवाह
*Author प्रणय प्रभात*
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
'अशांत' शेखर
* लोकतंत्र महान है *
* लोकतंत्र महान है *
surenderpal vaidya
समुद्र से गहरे एहसास होते हैं
समुद्र से गहरे एहसास होते हैं
Harminder Kaur
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
क्या मागे माँ तुझसे हम, बिन मांगे सब पाया है
क्या मागे माँ तुझसे हम, बिन मांगे सब पाया है
Anil chobisa
मेरे कान्हा
मेरे कान्हा
umesh mehra
शोख लड़की
शोख लड़की
Ghanshyam Poddar
💐प्रेम कौतुक-367💐
💐प्रेम कौतुक-367💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अनुभूत सत्य .....
अनुभूत सत्य .....
विमला महरिया मौज
मुद्दा मंदिर का
मुद्दा मंदिर का
जय लगन कुमार हैप्पी
"रंग भरी शाम"
Dr. Kishan tandon kranti
नारी शिक्षा से कांपता धर्म
नारी शिक्षा से कांपता धर्म
Shekhar Chandra Mitra
कोई...💔
कोई...💔
Srishty Bansal
फेसबुक ग्रूपों से कुछ मन उचट गया है परिमल
फेसबुक ग्रूपों से कुछ मन उचट गया है परिमल
DrLakshman Jha Parimal
वो इक नदी सी
वो इक नदी सी
Kavita Chouhan
उतर चुके जब दृष्टि से,
उतर चुके जब दृष्टि से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ओम साईं रक्षक शरणम देवा
ओम साईं रक्षक शरणम देवा
Sidhartha Mishra
बारिश
बारिश
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
*साइकिल (कुंडलिया)*
*साइकिल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आज इस सूने हृदय में....
आज इस सूने हृदय में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*ख़ास*..!!
*ख़ास*..!!
Ravi Betulwala
क्या है मोहब्बत??
क्या है मोहब्बत??
Skanda Joshi
Loading...