Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2017 · 1 min read

बदली है तारीख बस (दोहे)

बदली है तारीख बस,,. ..बदले नही विचार !
नये साल की कर रहे, फिर भी जय-जयकार !!

उल्टे-सीधे रोग जब,.ले जीवन मे पाल !
फिर भी चाहे आदमी,तू रहना खुशहाल !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
* जगो उमंग में *
* जगो उमंग में *
surenderpal vaidya
2859.*पूर्णिका*
2859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#संस्मरण
#संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
जिनसे ये जीवन मिला, कहे उन्हीं को भार।
जिनसे ये जीवन मिला, कहे उन्हीं को भार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मोनू बंदर का बदला
मोनू बंदर का बदला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सम्बन्धों  में   हार  का, अपना  ही   आनंद
सम्बन्धों में हार का, अपना ही आनंद
Dr Archana Gupta
वरदान है बेटी💐
वरदान है बेटी💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
........,?
........,?
शेखर सिंह
नदियों का एहसान
नदियों का एहसान
RAKESH RAKESH
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
Anis Shah
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
दोहा समीक्षा- राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Raat gai..
Raat gai..
Vandana maurya
संबंधो में अपनापन हो
संबंधो में अपनापन हो
संजय कुमार संजू
कर्त्तव्य
कर्त्तव्य
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं
पर्वतों का रूप धार लूंगा मैं
कवि दीपक बवेजा
निकले थे चांद की तलाश में
निकले थे चांद की तलाश में
Dushyant Kumar Patel
💐अज्ञात के प्रति-3💐
💐अज्ञात के प्रति-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पहला प्यार नहीं बदला...!!
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
पावस में करती प्रकृति,
पावस में करती प्रकृति,
Mahendra Narayan
बेशर्मी के कहकहे,
बेशर्मी के कहकहे,
sushil sarna
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
खुद पर यकीं
खुद पर यकीं
Satish Srijan
GOOD EVENING....…
GOOD EVENING....…
Neeraj Agarwal
*......हसीन लम्हे....* .....
*......हसीन लम्हे....* .....
Naushaba Suriya
ना तुमसे बिछड़ने का गम है......
ना तुमसे बिछड़ने का गम है......
Ashish shukla
जाने क्यूं मुझ पर से
जाने क्यूं मुझ पर से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
*माँ गौरी कर रहे हृदय से पूजन आज तुम्हारा【भक्ति-गीत 】*
*माँ गौरी कर रहे हृदय से पूजन आज तुम्हारा【भक्ति-गीत 】*
Ravi Prakash
उम्मीद - ए - आसमां से ख़त आने का इंतजार हमें भी है,
उम्मीद - ए - आसमां से ख़त आने का इंतजार हमें भी है,
manjula chauhan
बुरा समय था
बुरा समय था
Swami Ganganiya
Loading...