Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2016 · 1 min read

फर्क

बंगले में रहने वाली
मेमसाब से
पूछा महाराज ने
आज क्या बनेगा ?
पालक पनीर या शाही पनीर
बिरियानी और खीर ?
मेडम बोलीं
बना लो सभी कुछ ।
उधर झोंपडी में भी
प्रश्न वही था
आज क्या बनेगा?
जाकर देखूं रसोई में
कुछ है क्या?
थोडे से चावल या आटा
मिट जाए भूख
जिससे आज भर की ।

Language: Hindi
6 Comments · 689 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2988.*पूर्णिका*
2988.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नित तेरी पूजा करता मैं,
नित तेरी पूजा करता मैं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Speciality comes from the new arrival .
Speciality comes from the new arrival .
Sakshi Tripathi
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
Rj Anand Prajapati
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
मईया एक सहारा
मईया एक सहारा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अधूरी हसरत
अधूरी हसरत
umesh mehra
ऐसी गुस्ताखी भरी नजर से पता नहीं आपने कितनों के दिलों का कत्
ऐसी गुस्ताखी भरी नजर से पता नहीं आपने कितनों के दिलों का कत्
Sukoon
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Gatha ek naari ki
Gatha ek naari ki
Sonia Yadav
क्या ऐसी स्त्री से…
क्या ऐसी स्त्री से…
Rekha Drolia
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक समीक्षा* दिनांक 5 अप्रैल
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक समीक्षा* दिनांक 5 अप्रैल
Ravi Prakash
अष्टम कन्या पूजन करें,
अष्टम कन्या पूजन करें,
Neelam Sharma
हथियार बदलने होंगे
हथियार बदलने होंगे
Shekhar Chandra Mitra
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
Taj Mohammad
लिखते दिल के दर्द को
लिखते दिल के दर्द को
पूर्वार्थ
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं ना वैसे एक पूरा प
Vandna thakur
!! मन रखिये !!
!! मन रखिये !!
Chunnu Lal Gupta
'मजदूर'
'मजदूर'
Godambari Negi
Have faith in your doubt
Have faith in your doubt
AJAY AMITABH SUMAN
आग लगाते लोग
आग लगाते लोग
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
#मेरा_जीवन-
#मेरा_जीवन-
*Author प्रणय प्रभात*
नजराना
नजराना
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का
ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का
Dr fauzia Naseem shad
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
,,........,,
,,........,,
शेखर सिंह
शहरी हो जरूर तुम,
शहरी हो जरूर तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
"नारी जब माँ से काली बनी"
Ekta chitrangini
रूह बनकर उतरती है, रख लेता हूँ,
रूह बनकर उतरती है, रख लेता हूँ,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*निकला है चाँद द्वार मेरे*
*निकला है चाँद द्वार मेरे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...