Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2016 · 1 min read

प्रकृति

प्रकृति

सुन्दर रूप इस धरा का,
आँचल जिसका नीला आकाश,
पर्वत जिसका ऊँचा मस्तक,
उस पर चाँद सूरज की बिंदियों का ताज
नदियों-झरनो से छलकता यौवन
सतरंगी पुष्प-लताओं ने किया श्रृंगार
खेत-खलिहानों में लहलाती फसले
बिखराती मंद-मंद मुस्कान
हाँ, यही तो हैं,……
इस प्रकृति का स्वछंद स्वरुप
प्रफुल्लित जीवन का निष्छल सार II

—-:: डी. के. निवतियाँ ::—-

Language: Hindi
1 Like · 3 Comments · 1533 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अर्जुन धुरंधर न सही ...एकलव्य तो बनना सीख लें ..मौन आखिर कब
अर्जुन धुरंधर न सही ...एकलव्य तो बनना सीख लें ..मौन आखिर कब
DrLakshman Jha Parimal
माँ
माँ
Vijay kumar Pandey
~ हमारे रक्षक~
~ हमारे रक्षक~
करन ''केसरा''
****रघुवीर आयेंगे****
****रघुवीर आयेंगे****
Kavita Chouhan
💐 Prodigi Love-47💐
💐 Prodigi Love-47💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"टी शर्ट"
Dr Meenu Poonia
सुन्दर तन तब जानिये,
सुन्दर तन तब जानिये,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सजदे में सर झुका तो
सजदे में सर झुका तो
shabina. Naaz
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
Anil chobisa
गुजार दिया जो वक्त
गुजार दिया जो वक्त
Sangeeta Beniwal
Kabhi kabhi hum
Kabhi kabhi hum
Sakshi Tripathi
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Dr Parveen Thakur
आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श
आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श
विमला महरिया मौज
इश्क पहली दफा
इश्क पहली दफा
साहित्य गौरव
3241.*पूर्णिका*
3241.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
सफल सारथी  अश्व की,
सफल सारथी अश्व की,
sushil sarna
अस्तित्व
अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
गुनो सार जीवन का...
गुनो सार जीवन का...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ईश्वर की बनाई दुनिया में
ईश्वर की बनाई दुनिया में
Shweta Soni
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
Ravi Prakash
*हो न लोकतंत्र की हार*
*हो न लोकतंत्र की हार*
Poonam Matia
तेरे दिल में कब आएं हम
तेरे दिल में कब आएं हम
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नया साल लेके आए
नया साल लेके आए
Dr fauzia Naseem shad
जय भोलेनाथ
जय भोलेनाथ
Anil Mishra Prahari
बूझो तो जानें (मुक्तक)
बूझो तो जानें (मुक्तक)
पंकज कुमार कर्ण
नाम हमने लिखा था आंखों में
नाम हमने लिखा था आंखों में
Surinder blackpen
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Indulge, Live and Love
Indulge, Live and Love
Dhriti Mishra
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
Loading...