Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2016 · 1 min read

पितृ पक्ष

हाइकू

पक्ष पितृ में
याद उनको आप
कर लीजिये

2
क्वार माह में
आये घर हमारे
पूजा कीजिये

3
अर्चना कर
ले आशीष उनका
तृप्त कीजिये

4
धरा पर वे
पधारें है तुम्हारी
दो उन्हें खुशी

5
लोट फिर से
उस लोक जायेगें
प्रेम कीजिये

6
भर पेट दो
खाना उनको तुम
जल से सिक्त

7
पितृ अर्पण
फर्ज तुम्हारा अब
यही आचार

8
इनका मिले
आशीर्वाद आपको
जीवन तेरा
9
फिर महक
उठेगा महक सा
बसंत जैसा

10
जो आज करो
पितरो को प्रसन्न
बालक देखें

11
देख कर वो
सीखेंगे मान देना
आपको फिर

12
श्राद्ध कर्म से
तुमको करेंगें वो
धन्य हमेशा

डॉ मधु त्रिवेदी

content

Language: Hindi
71 Likes · 1 Comment · 400 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
3. कुपमंडक
3. कुपमंडक
Rajeev Dutta
दिली नज़्म कि कभी ताकत थी बहारें,
दिली नज़्म कि कभी ताकत थी बहारें,
manjula chauhan
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
गुलाब के काॅंटे
गुलाब के काॅंटे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सत्य बोलना,
सत्य बोलना,
Buddha Prakash
प्रत्याशी को जाँचकर , देना  अपना  वोट
प्रत्याशी को जाँचकर , देना अपना वोट
Dr Archana Gupta
मेरे पिता
मेरे पिता
Dr.Pratibha Prakash
भ्रम
भ्रम
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
नींद आज नाराज हो गई,
नींद आज नाराज हो गई,
Vindhya Prakash Mishra
प्यार जिंदगी का
प्यार जिंदगी का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कभी जब ग्रीष्म ऋतु में
कभी जब ग्रीष्म ऋतु में
Ranjana Verma
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मै शहर में गाँव खोजता रह गया   ।
मै शहर में गाँव खोजता रह गया ।
CA Amit Kumar
कर ले कुछ बात
कर ले कुछ बात
जगदीश लववंशी
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
VINOD CHAUHAN
आपकी तस्वीर ( 7 of 25 )
आपकी तस्वीर ( 7 of 25 )
Kshma Urmila
हैप्पी होली
हैप्पी होली
Satish Srijan
अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
Dr fauzia Naseem shad
योगी है जरूरी
योगी है जरूरी
Tarang Shukla
2847.*पूर्णिका*
2847.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गुस्सा करते–करते हम सैचुरेटेड हो जाते हैं, और, हम वाजिब गुस्
गुस्सा करते–करते हम सैचुरेटेड हो जाते हैं, और, हम वाजिब गुस्
Dr MusafiR BaithA
#संस्मरण
#संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रक्षक या भक्षक
रक्षक या भक्षक
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
शिक्षक और शिक्षा के साथ,
शिक्षक और शिक्षा के साथ,
Neeraj Agarwal
छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार
छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार
Mukesh Kumar Sonkar
रिश्ते-नाते गौण हैं, अर्थ खोय परिवार
रिश्ते-नाते गौण हैं, अर्थ खोय परिवार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
'उड़ाओ नींद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन
'उड़ाओ नींद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन
आर.एस. 'प्रीतम'
माँ
माँ
ओंकार मिश्र
*अनगिन हुए देश में नेता, अलग मगर थे नेताजी (गीत)*
*अनगिन हुए देश में नेता, अलग मगर थे नेताजी (गीत)*
Ravi Prakash
Loading...