Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2017 · 1 min read

पिता बेटी

!!कभी अपनी सी लगती हैं,कभी गैरो सी लगती हैं!!
वह घर की देवी होकर भी,हमें क्यों बोझ लगती हैं!!
चली जाती हैं एक दिन वह ,लगा मेहंदी हथेली पर
वह घर की बेटी होती हैं ,जो रोशन कुल दो करती हैं!!

दहेज के लालची और उस विवशता से पूर्ण पिता की मजबूरी को इस मुक्तक में दिखाने का प्रयास किया हैं!

!!दीनो की तरह माँगा,अमीरो की तरह पाया!
मगर उस बाप की तंगी,नहीं कोई समझ पाया!!
दानवपन दिखा तूने ,बहुत पाया मगर सुन ले!
बिकी रोटी थी उसकी जब ,महल तेरा यह बन पाया!!

!!आई जन्म लेकर तब,उदासी मुख पे छाई थी
रचाने ब्याह की चिंता,दिवस और रात खायी थी,
धरा गिरवी को रख उसने,किया सर्वस्व समर्पित तब
कलेवर जान आई थी,मुख मुस्कान आई थी!!

Language: Hindi
504 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
Shweta Soni
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दर्द अपना है
दर्द अपना है
Dr fauzia Naseem shad
"कड़वा सच"
Dr. Kishan tandon kranti
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3067.*पूर्णिका*
3067.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
महिला दिवस पर एक व्यंग
महिला दिवस पर एक व्यंग
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*जटायु (कुंडलिया)*
*जटायु (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
gurudeenverma198
* माई गंगा *
* माई गंगा *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
यादें...
यादें...
Harminder Kaur
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
🤔🤔🤔
🤔🤔🤔
शेखर सिंह
जिंदगी का मुसाफ़िर
जिंदगी का मुसाफ़िर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
इस दिल में .....
इस दिल में .....
sushil sarna
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
💐प्रेम कौतुक-487💐
💐प्रेम कौतुक-487💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ प्रेरक प्रसंग
■ प्रेरक प्रसंग
*Author प्रणय प्रभात*
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
Ravikesh Jha
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
“ लिफाफे का दर्द ”
“ लिफाफे का दर्द ”
DrLakshman Jha Parimal
युद्ध घोष
युद्ध घोष
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
When the ways of this world are, but
When the ways of this world are, but
Dhriti Mishra
खाटू श्याम जी
खाटू श्याम जी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
शिक्षा (Education) (#नेपाली_भाषा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...