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3 Oct 2017 · 1 min read

पत्थर दिल हुआ है कोई…”एस के राठौर”

आज सालों बाद बेसबर हुआ है कोई,, नींदें हमारी चुराकर मुख्तसर हुआ है कोई,,, आँखों से अश्क़ रुकते नहीं अब,,, इस क़दर से पत्थर दिल हुआ है कोई ।। ……..”सुनील राठौर” मीरगंज बरेली

Language: Hindi
618 Views
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