Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Aug 2016 · 1 min read

नाम कैसे दे दूँ!

तेरे मेरे सपने …

अपने प्यार को सपना नाम कैसे दे दूँ
सपने तो अक्सर अधूरे ही रह जाते है

अपने प्यार को धड़कन कैसे नाम दे दूँ
जाने ये धड़कन कब साथ छोड़ देती है

अपने प्यार को आफताब कैसे नाम दूँ
सुबह से शाम तक ही तो साथ रहता है

प्यार को चौदहवीं का चाँद नाम क्यूँ दूँ
रात भर ठहर भोर होते ही चल देता है

“तेरे मेरे सपने” प्यार की अमर दास्ताँ है
अमर प्यार को ये नाम कैसे और क्यूँ दूँ
“दिनेश”

626 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
Ram Krishan Rastogi
तेरा - मेरा
तेरा - मेरा
Ramswaroop Dinkar
कविता
कविता
Shiva Awasthi
सीख लिया मैनै
सीख लिया मैनै
Seema gupta,Alwar
2659.*पूर्णिका*
2659.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Speciality comes from the new arrival .
Speciality comes from the new arrival .
Sakshi Tripathi
अगर तूँ यूँहीं बस डरती रहेगी
अगर तूँ यूँहीं बस डरती रहेगी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मैं कितना अकेला था....!
मैं कितना अकेला था....!
भवेश
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
कवि रमेशराज
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
Rj Anand Prajapati
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जब कोई साथी साथ नहीं हो
जब कोई साथी साथ नहीं हो
gurudeenverma198
पिछली सदी का शख्स
पिछली सदी का शख्स
Satish Srijan
आंखों में तिरी जाना...
आंखों में तिरी जाना...
अरशद रसूल बदायूंनी
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
Shivkumar Bilagrami
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"ऐसा मंजर होगा"
पंकज कुमार कर्ण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
नितिन पंडित
"यादें अलवर की"
Dr Meenu Poonia
*राधा जी आओ खेलो, माधव के सॅंग मिल होली (गीत)*
*राधा जी आओ खेलो, माधव के सॅंग मिल होली (गीत)*
Ravi Prakash
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
धीरे-धीरे ला रहा, रंग मेरा प्रयास ।
sushil sarna
मस्जिद से अल्लाह का एजेंट भोंपू पर बोल रहा है
मस्जिद से अल्लाह का एजेंट भोंपू पर बोल रहा है
Dr MusafiR BaithA
मातृ भाषा हिन्दी
मातृ भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द)
निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द)
नाथ सोनांचली
"विषधर"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा प्यारा भाई
मेरा प्यारा भाई
Neeraj Agarwal
कुछ नही मिलता आसानी से,
कुछ नही मिलता आसानी से,
manjula chauhan
" नयन अभिराम आये हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Loading...