Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2017 · 2 min read

****नहीं भूलेंगे **नहीं भूलेंगे** ये सुनहरे पल****

***नहीं भूलेंगे ****नहीं भूलेंगे
****यह सुनहरे दिन****

** सुबह जल्दी उठना
वैन के हॉर्न का बजना
स्कूल पहुँचने की मारामारी
और लेट कभी न होना

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे, नही भूलेंगे

**लेट कभी हो जाएँ
तो लेट एराइवल्स की लाइन में
यूँ लगना
कक्षा में पहुँचकर
यूँ बातों में उलझना
कभी किसी पर
तो कभी अपने आप पर भड़कना

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे

**पीरियड की पहली घंटी पर
यूँ टीचर का आना
टीचर के आते ही
उन्हें अपनी बातों में घुमाना
कभी यह समझ नहीं आया
कभी वह समझ नहीं आया
यूँ ऐसे ही करके
पूरा पीरियड गँवाना

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे

**लंच ब्रेक की घंटी बजने पर
मस्ती पूरी ही करना
अपने लंच से पहले
दूसरे का लंच बॉक्स पकड़ना
अपना खाना न खाकर
दूसरों का खाना झपटना

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे

**गेम्स के पीरियड का हफ्ते में
एक बार ही होना
रोज-रोज खाली पीरियड का
इंतजार यूँ होना
किसी टीचर के छुट्टी लेने पर
हर बार खुश होना
तो किसी के कक्षा में न आने पर
यूँ उदास होना

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे

**अकाउंट के पीरियड में
बैलेंस शीट का न मिलना
इक्नोमिक्स के पीरियड में
अर्थशास्त्र न समझना
बिजनेस स्टडीज़ के पीरियड से
बच के निकलना
मैथ्स के पीरियड के आते ही
सिर का यूँ भारी-सा होना

**नहीं भूलेंगे, भूलेंगे नहीं, नहीं भूलेंगे

**हिस्ट्री के पीरियड में
पुरातन में चले जाना
राजनीति विज्ञान के पीरियड में
भ्रष्टाचार पर वार्तालाप करते जाना
अंग्रेजी के पीरियड में
जमकर धमाल
हिंदी का पीरियड आते ही
वीरगाथा काल और आदिकाल पर संभाष

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे

**यह सारी की सारी यादें सुनहरी
हर बीता सुनहरा पल
हर यादें रंगीली
दोस्तों की, टीचर की
बातें अनोखी
स्कूल की दीवारें और खिड़की
कक्षा का वह कमरा
असेंबली हॉल में
प्रेयर में बातें यूँ करना

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे

**प्रधानाचार्य जी के
प्रेरणादाई हर शब्द
उनकी हर शिक्षा
उनके हर लब्ज़
करेंगे मार्गदर्शन जीवन का
मील के पत्थर समान
उनके विद्यालय से पाया
समस्त ज्ञान भंडार |**†***

**नहीं भूलेंगे ,नहीं भूलेंगे ,नहीं भूलेंगे

**फेयरवेल की मस्ती
***यह दोस्तों का साथ
****पल यह सुहाना
*****सुहाना यह आज

**कहाँ कौन जाएगा
***क्या मंजिल वो पाएगा
****नहीं किसी को खबर है यह आज
*****यह मंज़र, यह मौसम
******नहीं फिर से आएगा
*******समय बीत जाएगा
********ये फिर से न आएगा

**नया दिन फिर आएगा
***हमारा प्यारा-सा यह साथ
****यही पर रह जाएगा
*****यही है वह रंगमंच
******ये रंगमंच वही है
******जिसकी डोर थामी ईश्वर ने है

**अगर वह मिलाएगा
***हम फिर से मिलेंगे
****यही मस्ती और धमाल
*****फिर मिलकर करेंगे

**विदा का समय है
***विदा अब है होना
****सफल जीवन में सब हो
*****शुभ हो सब की रैना

**नया दिन रोज़ आएगा
***नया उजाला फैलाएगा
****हर नई किरण के साथ
*****क्षितिज तक पहुँचाएगा |||||

Language: Hindi
441 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सीने का समंदर, अब क्या बताऊ तुम्हें
सीने का समंदर, अब क्या बताऊ तुम्हें
The_dk_poetry
2590.पूर्णिका
2590.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
तुम्हें कब ग़ैर समझा है,
तुम्हें कब ग़ैर समझा है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दो शे'र ( चाँद )
दो शे'र ( चाँद )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
डॉक्टर रागिनी
छन-छन के आ रही है जो बर्गे-शजर से धूप
छन-छन के आ रही है जो बर्गे-शजर से धूप
Sarfaraz Ahmed Aasee
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आया नववर्ष
आया नववर्ष
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मुझको मेरा हिसाब देना है
मुझको मेरा हिसाब देना है
Dr fauzia Naseem shad
आज़माइश
आज़माइश
Dr. Seema Varma
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
PK Pappu Patel
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*
*"घंटी"*
Shashi kala vyas
*धन्य कठेर रियासत राजा, राम सिंह का वंदन है (देशभक्ति गीत)*
*धन्य कठेर रियासत राजा, राम सिंह का वंदन है (देशभक्ति गीत)*
Ravi Prakash
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
*मौत आग का दरिया*
*मौत आग का दरिया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पुर-नूर ख़यालों के जज़्तबात तेरी बंसी।
पुर-नूर ख़यालों के जज़्तबात तेरी बंसी।
Neelam Sharma
आजादी का
आजादी का "अमृत महोत्सव"
राकेश चौरसिया
****तन्हाई मार गई****
****तन्हाई मार गई****
Kavita Chouhan
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
आनंद प्रवीण
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
कृष्ण जी के जन्म का वर्णन
Ram Krishan Rastogi
नहीं चाहता मैं यह
नहीं चाहता मैं यह
gurudeenverma198
हमारे दौर में
हमारे दौर में
*Author प्रणय प्रभात*
"दुःख-सुख"
Dr. Kishan tandon kranti
***संशय***
***संशय***
प्रेमदास वसु सुरेखा
पाषाण जज्बातों से मेरी, मोहब्बत जता रहे हो तुम।
पाषाण जज्बातों से मेरी, मोहब्बत जता रहे हो तुम।
Manisha Manjari
Loading...