Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2017 · 1 min read

नवगीत

‘नथुआ’ की मौसी
————–

पतई रही
बुहार ‘बगइचा’
‘नथुआ’ की मौसी

पीट ‘महाबल’
‘घरभरना’ को
भेज दिये ‘बहराइच’
उतरे करजा
किसी तरह से
उतरे उधार-पाँइच
रचे महावर
पाँव-पाँव में
होता जहाँ ‘बरइछा’
‘नथुआ’ की मौसी

पहुँच शिवाला
रोज फेरती
झाडू और खरहरी
नहीं देखती
हुआ भोर है
या है ठीक दुपहरी
और चढ़ाती
जो कुछ होता
भाखा सिर का ‘अँइछा’
‘नथुआ’ की मौसी

हुई विदाई
बिटिया जाती
है अपनी ‘ससुरारी’
सभी पड़ोसिन
पहुँच गई हैं
रोती है महतारी
आँख रुआँसी
पैर फड़कते
आँचल भरती ‘खोंइछा’
‘नथुआ’ की मौसी

शिवानन्द सिंह ‘सहयोगी’
मेरठ

प्रयुक्त भोजपुरी के शब्दों का अर्थ
““““““““““““`
‘बगइचा’-बागीचा
‘बरइछा’-वरपक्ष को दिया जानेवाला द्रव्य वर छेंकने के समय
‘अँइछा’-सिर के चारों ओर घुमाकर दाल-चावल या द्रव्य का रखा चढ़ावा
‘ससुरारी’-ससुराल
‘खोंइछा’-साड़ी के आँचल में विदा के समय कुछ रखा अन्न या द्रव्य

Language: Hindi
593 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सफल इंसान की खूबियां
सफल इंसान की खूबियां
Pratibha Kumari
मेरे भगवान
मेरे भगवान
Dr.Priya Soni Khare
''आशा' के मुक्तक
''आशा' के मुक्तक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐अज्ञात के प्रति-131💐
💐अज्ञात के प्रति-131💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
संविधान
संविधान
लक्ष्मी सिंह
तू ही मेरी लाड़ली
तू ही मेरी लाड़ली
gurudeenverma198
आए बगुला भगत जी, लड़ने लगे चुनाव( हास्य कुंडलिया)
आए बगुला भगत जी, लड़ने लगे चुनाव( हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
माँ लक्ष्मी
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
वैलेंटाइन डे
वैलेंटाइन डे
Shekhar Chandra Mitra
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
Bhupendra Rawat
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"अजातशत्रु"
Dr. Kishan tandon kranti
'महंगाई की मार'
'महंगाई की मार'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
उदास नहीं हूं
उदास नहीं हूं
shabina. Naaz
पितर पाख
पितर पाख
Mukesh Kumar Sonkar
संध्या वंदन कीजिए,
संध्या वंदन कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
खुशी पाने की जद्दोजहद
खुशी पाने की जद्दोजहद
डॉ० रोहित कौशिक
तुम बिन जीना सीख लिया
तुम बिन जीना सीख लिया
Arti Bhadauria
कौन सुनेगा बात हमारी
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
विमला महरिया मौज
मुस्कुरायें तो
मुस्कुरायें तो
sushil sarna
जीवन डगर पहचान चलना वटोही
जीवन डगर पहचान चलना वटोही
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कोई मंझधार में पड़ा है
कोई मंझधार में पड़ा है
VINOD CHAUHAN
बहुत उपयोगी जानकारी :-
बहुत उपयोगी जानकारी :-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Transparency is required to establish a permanent relationsh
Transparency is required to establish a permanent relationsh
DrLakshman Jha Parimal
2804. *पूर्णिका*
2804. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आतंकवाद सारी हदें पार कर गया है
आतंकवाद सारी हदें पार कर गया है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...