Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2017 · 1 min read

धरती अम्बर

धरती प्यासी है मिलन को अपने अम्बर से,
अम्बर भी बेक़रार है प्रणय मिलन को प्रेयसी से,
कैसी प्रीत है सदियों से यूँ ही ,
तरसते हैं,तड़पते हैं मिलने एक दूजे से,
भ्रम होता है कि दूर क्षितिज में मिले हैं,
जाकर देखा तो क्षितिज और दूर जो जाता है ,
जन्म-जन्मान्तर का बिछोह है ये तो,
क्या इतनी सरलता से खत्म होगा?
पर लगता है आज कयामत आकर रहेगी,
व्योम धरा पर आने को है,
उमड़ते घुमड़ते मेघ इशारा तो कर रहे हैं,
चमकती ,कड़कड़ाती बिजलियाँ बाराती हैं,
बादलों पर सवार हो वर मिलने को तत्पर,
हरी-भरी लताओं,रंग बिरंगे पुष्पों से,
सजती,लजाती सौंदर्य बिखेरती बधु धरा,
क्षितिज पर मिलन छद्म है,धोखा है ।
पत्तों पर गिरी ओस की बूदें बता रहीं हैं
रात भर सोई नही जी भर रोई है धरा,
आसमान भी कहाँ सोया गरजकर रोया है,
आकाश झुक कर मिल सकता नहीं धरा से,
अपनी शालीनता भी कहाँ छोड़ सकती है।
कैसी ये प्रीत कैसा ये समर्पण।
बिन मिले सब कुछ एक दूजे को अर्पण।

आरती लोहनी

Language: Hindi
577 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~~~~~~~~~
Hanuman Ramawat
2693.*पूर्णिका*
2693.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तअलीम से ग़ाफ़िल
तअलीम से ग़ाफ़िल
Dr fauzia Naseem shad
आ जाओ घर साजना
आ जाओ घर साजना
लक्ष्मी सिंह
कभी कभी ये पलकें भी
कभी कभी ये पलकें भी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अतीत
अतीत
Shyam Sundar Subramanian
प्रेम की चाहा
प्रेम की चाहा
RAKESH RAKESH
मन करता है अभी भी तेरे से मिलने का
मन करता है अभी भी तेरे से मिलने का
Ram Krishan Rastogi
मैं बहुतों की उम्मीद हूँ
मैं बहुतों की उम्मीद हूँ
ruby kumari
दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए
दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पढ़ने की रंगीन कला / MUSAFIR BAITHA
पढ़ने की रंगीन कला / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
हमसाया
हमसाया
Manisha Manjari
खुर्पेची
खुर्पेची
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गोधरा
गोधरा
Prakash Chandra
तुकबन्दी,
तुकबन्दी,
Satish Srijan
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।
Buddha Prakash
भोर
भोर
Kanchan Khanna
समय पर संकल्प करना...
समय पर संकल्प करना...
Manoj Kushwaha PS
ग्रीष्म की तपन
ग्रीष्म की तपन
डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
नववर्ष
नववर्ष
Vijay kumar Pandey
खुशबू चमन की।
खुशबू चमन की।
Taj Mohammad
होली और रंग
होली और रंग
Arti Bhadauria
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
Sandeep Pande
ज़रूरत
ज़रूरत
सतीश तिवारी 'सरस'
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
■ बोलती तस्वीर
■ बोलती तस्वीर
*Author प्रणय प्रभात*
मीलों का सफर तय किया है हमने
मीलों का सफर तय किया है हमने
कवि दीपक बवेजा
* साधा जिसने जाति को, उसका बेड़ा पार【कुंडलिया】*
* साधा जिसने जाति को, उसका बेड़ा पार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
"दहलीज"
Ekta chitrangini
Loading...