Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2017 · 1 min read

घरो को घर बनाती…

रात दिन है मुस्कुराती बेटियां,
दो घरो को घर बनाती बेटियां।
चाकरी करती है मगर थकती नहीं
ग़मज़दा भी खिलखिलाती बेटियाँ
ख्वाहिशो के आसमानों के तले,
ख्वाब कितने है मिटाती बेटियां।।
नाख़ुदा बन जिंदगी की नाव में,
आँख तूफा से लड़ाती बेटियां।।
थाम के अहसास को उम्रभर,
माँ पिता से दिल लगाती बेटियां।।
मेहनत की राह में चलके सभी,
रौशनी बन जगमगाती बेटियां।।
कोख से जीवन के हर इक मोड़ पे,
बहुत जोखिम है उठाती बेटियां।।

844 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"त्रिशूल"
Dr. Kishan tandon kranti
जाने वाले साल को सलाम ,
जाने वाले साल को सलाम ,
Dr. Man Mohan Krishna
यहाँ प्रयाग न गंगासागर,
यहाँ प्रयाग न गंगासागर,
Anil chobisa
बचपन
बचपन
नन्दलाल सुथार "राही"
आज हालत है कैसी ये संसार की।
आज हालत है कैसी ये संसार की।
सत्य कुमार प्रेमी
यारा  तुम  बिन गुजारा नही
यारा तुम बिन गुजारा नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दूसरों को देते हैं ज्ञान
दूसरों को देते हैं ज्ञान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
किसी के दिल में चाह तो ,
किसी के दिल में चाह तो ,
Manju sagar
मेरी सोच (गजल )
मेरी सोच (गजल )
umesh mehra
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
पंकज कुमार कर्ण
गीतिका/ग़ज़ल
गीतिका/ग़ज़ल
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
देखकर उन्हें देखते ही रह गए
देखकर उन्हें देखते ही रह गए
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
2857.*पूर्णिका*
2857.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
हिमांशु Kulshrestha
भोले नाथ है हमारे,
भोले नाथ है हमारे,
manjula chauhan
मासूमियत की हत्या से आहत
मासूमियत की हत्या से आहत
Sanjay ' शून्य'
रंगों का महापर्व होली
रंगों का महापर्व होली
Er. Sanjay Shrivastava
तेरी याद
तेरी याद
Shyam Sundar Subramanian
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् NEEL PADAM
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
काश, धर्मनगरी में कोई धर्मवीर होता। धिक्कार संवेदनाहीन शिखण्
काश, धर्मनगरी में कोई धर्मवीर होता। धिक्कार संवेदनाहीन शिखण्
*Author प्रणय प्रभात*
सीखने की भूख (Hunger of Learn)
सीखने की भूख (Hunger of Learn)
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तज द्वेष
तज द्वेष
Neelam Sharma
Try to find .....
Try to find .....
पूर्वार्थ
"दूल्हन का घूँघट"
Ekta chitrangini
मुस्कुराते रहो
मुस्कुराते रहो
Basant Bhagawan Roy
गुमनाम ज़िन्दगी
गुमनाम ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
क्या होगा लिखने
क्या होगा लिखने
Suryakant Dwivedi
* लेकर झाड़ू चल पड़े ,कोने में जन चार【हास्य कुंडलिया】*
* लेकर झाड़ू चल पड़े ,कोने में जन चार【हास्य कुंडलिया】*
Ravi Prakash
वार
वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Loading...