Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2017 · 1 min read

दोहे

दोहे
अपनी ही आलोचना, है मुक्ति प्राप्ति मार्ग
गलती देखे और का, उनमे अभाव त्याग |

अगर क्षमा ही श्रेष्ठ है, जिद्दी क्यों है संत
सभी लड़ाई व्यर्थ है, सबका सामान अंत |

मुस्लिम हो या हिन्दू हो, किसी की नहीं भूमि
देव अवतरण भूमि है, बनाओ न बध-भूमि |

सूद सहित है भोगना, है जो तेरा कर्म
जाँचा परखा जायगा, समझ ले कर्म –मर्म|

वाइज़ हो या साधु हो, रखे सभी यह याद
झगडा लाता नाश है, कौम होत बर्बाद |

कालीपद ‘प्रसाद’

Language: Hindi
311 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम अभी आना नहीं।
तुम अभी आना नहीं।
Taj Mohammad
जनपक्षधरता के कालजयी कवि रमेश रंजक :/-- ईश्वर दयाल गोस्वामी
जनपक्षधरता के कालजयी कवि रमेश रंजक :/-- ईश्वर दयाल गोस्वामी
ईश्वर दयाल गोस्वामी
■ ख़ान हुए रसखान
■ ख़ान हुए रसखान
*Author प्रणय प्रभात*
मुहब्बत
मुहब्बत
बादल & बारिश
बारिश
बारिश
विजय कुमार अग्रवाल
The Little stars!
The Little stars!
Buddha Prakash
अभागा
अभागा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बच्चे कहाँ सोयेंगे...???
बच्चे कहाँ सोयेंगे...???
Kanchan Khanna
जिंदगी उधेड़बुन का नाम नहीं है
जिंदगी उधेड़बुन का नाम नहीं है
कवि दीपक बवेजा
खत
खत
Punam Pande
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
2577.पूर्णिका
2577.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हम आज भी
हम आज भी
Dr fauzia Naseem shad
हिन्दी हाइकु
हिन्दी हाइकु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उजियारी ऋतुओं में भरती
उजियारी ऋतुओं में भरती
Rashmi Sanjay
पहली बार रेल में बैठे (बाल कविता )
पहली बार रेल में बैठे (बाल कविता )
Ravi Prakash
वो एक ही शख्स दिल से उतरता नहीं
वो एक ही शख्स दिल से उतरता नहीं
श्याम सिंह बिष्ट
11-कैसे - कैसे लोग
11-कैसे - कैसे लोग
Ajay Kumar Vimal
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
ज़हर क्यों पी लिया
ज़हर क्यों पी लिया
Surinder blackpen
*बदलना और मिटना*
*बदलना और मिटना*
Sûrëkhâ Rãthí
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
سیکھ لو
سیکھ لو
Ahtesham Ahmad
..........लहजा........
..........लहजा........
Naushaba Suriya
रिश्तों का गणित
रिश्तों का गणित
Madhavi Srivastava
आज के दिन छोटी सी पिंकू, मेरे घर में आई
आज के दिन छोटी सी पिंकू, मेरे घर में आई
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिलरुबा जे रहे
दिलरुबा जे रहे
Shekhar Chandra Mitra
सुभाष चन्द्र बोस
सुभाष चन्द्र बोस
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया
ग़ज़ल/नज़्म - दस्तूर-ए-दुनिया तो अब ये आम हो गया
अनिल कुमार
Loading...