जनता को इस देश की ( दोहा मुक्तक)
जनता को इस देश की,होता यही मलाल!
नए नोट लेकर फिरें, फिर से नटवरलाल !
नोट बंद का फैसला,क्या है गलत रमेश,
दिल मे उठने लग गया,सब के यही सवाल!!
रमेश शर्मा
जनता को इस देश की,होता यही मलाल!
नए नोट लेकर फिरें, फिर से नटवरलाल !
नोट बंद का फैसला,क्या है गलत रमेश,
दिल मे उठने लग गया,सब के यही सवाल!!
रमेश शर्मा