Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Apr 2017 · 1 min read

देखता हु मैं तुमको छुप छुपकर

देखता हु मैं तुमको छुप छुपकर महसूस करो,
नज़रे झुका कर रखो या मुझको अब दूर करो,

तुमको है आना, मुझको यूँ सताना, फिर मुस्कुराना,
कहती है दुनिया में हु तेरा दीवाना, महसूस करो,

देखता हु मैं तुमको छुप छुपकर महसूस करो,
सागर की लहरों में हो या सागर के उस किनारे रहो,

तुझको है बहना, तुमसे है कहना, आवाज़ देते रहना,
सब सुन रहे है अभी, तनहा हु अभी, महसूस करो,

Language: Hindi
541 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
তুমি এলে না
তুমি এলে না
goutam shaw
यूनिवर्सिटी के गलियारे
यूनिवर्सिटी के गलियारे
Surinder blackpen
Wakt ko thahra kar kisi mod par ,
Wakt ko thahra kar kisi mod par ,
Sakshi Tripathi
स्वप्न ....
स्वप्न ....
sushil sarna
.........?
.........?
शेखर सिंह
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
दुष्यन्त 'बाबा'
भगतसिंह का क़र्ज़
भगतसिंह का क़र्ज़
Shekhar Chandra Mitra
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
"Don't be fooled by fancy appearances, for true substance li
Manisha Manjari
कंटक जीवन पथ के राही
कंटक जीवन पथ के राही
AJAY AMITABH SUMAN
प्यार भरी चांदनी रात
प्यार भरी चांदनी रात
नूरफातिमा खातून नूरी
अनेक को दिया उजाड़
अनेक को दिया उजाड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
कवि रमेशराज
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
“ आहाँ नीक, जग नीक”
“ आहाँ नीक, जग नीक”
DrLakshman Jha Parimal
😊#लघु_व्यंग्य
😊#लघु_व्यंग्य
*Author प्रणय प्रभात*
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
Manoj Kushwaha PS
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
जीवन का आत्मबोध
जीवन का आत्मबोध
ओंकार मिश्र
वक्त
वक्त
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आधुनिक भारत के कारीगर
आधुनिक भारत के कारीगर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
डोरी बाँधे  प्रीति की, मन में भर विश्वास ।
डोरी बाँधे प्रीति की, मन में भर विश्वास ।
Mahendra Narayan
2659.*पूर्णिका*
2659.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उसका आना
उसका आना
हिमांशु Kulshrestha
" क्यूँ "
Dr. Kishan tandon kranti
-- क्लेश तब और अब -
-- क्लेश तब और अब -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मुखड़े पर खिलती रहे, स्नेह भरी मुस्कान।
मुखड़े पर खिलती रहे, स्नेह भरी मुस्कान।
surenderpal vaidya
Loading...