Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2016 · 1 min read

*दुआ का असर*

आधार छंद-वाचिक भुजंगप्रयात
मापनी -122 122 122 122
दुआ का असर ये दुआ का असर है
लगे अब सुहानी सी हर इक डगर है
मिले क्यों खुशी गम के’ साये में’ हरदम
परेशां नज़र है परेशां बशर है
जहाँ साथ छोड़ा था’ तुमने हमारा
वहीँ पर अभी तक हमारा गुज़र है
तुम्हारी अदाओं का’ देखो नशा ये
कि बहकी हुई सी हरिक अब नज़र है
समूचा गगन लो हमारा हुआ ये हुआ प्रीत का अब मुकम्मल सफ़र है
धर्मेन्द्र अरोड़ा

524 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
Phool gufran
प्राण प्रतीस्था..........
प्राण प्रतीस्था..........
Rituraj shivem verma
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
समस्या का समाधान
समस्या का समाधान
Paras Nath Jha
श्री राम भक्ति सरिता (दोहावली)
श्री राम भक्ति सरिता (दोहावली)
Vishnu Prasad 'panchotiya'
तेरी शोहरत को
तेरी शोहरत को
Dr fauzia Naseem shad
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कहीं पहुंचने
कहीं पहुंचने
Ranjana Verma
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
अर्पण है...
अर्पण है...
Er. Sanjay Shrivastava
वो हमसे पराये हो गये
वो हमसे पराये हो गये
Dr. Man Mohan Krishna
तेरी सारी चालाकी को अब मैंने पहचान लिया ।
तेरी सारी चालाकी को अब मैंने पहचान लिया ।
Rajesh vyas
वक्त कि ये चाल अजब है,
वक्त कि ये चाल अजब है,
SPK Sachin Lodhi
* करते कपट फरेब *
* करते कपट फरेब *
surenderpal vaidya
'व्यथित मानवता'
'व्यथित मानवता'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
■ हर दौर में एक ही हश्र।
■ हर दौर में एक ही हश्र।
*Author प्रणय प्रभात*
माता सति की विवशता
माता सति की विवशता
SHAILESH MOHAN
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कबूतर
कबूतर
Vedha Singh
Ignorance is the best way to hurt someone .
Ignorance is the best way to hurt someone .
Sakshi Tripathi
कर्म-धर्म
कर्म-धर्म
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
* बेटों से ज्यादा काम में आती हैं बेटियॉं (हिंदी गजल)*
* बेटों से ज्यादा काम में आती हैं बेटियॉं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
💐गीता च रामायणं च ग्रन्थद्वयं बहु विलक्षणं💐
💐गीता च रामायणं च ग्रन्थद्वयं बहु विलक्षणं💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ मुक्तक...
कुछ मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ऐसे दर्शन सदा मिले
ऐसे दर्शन सदा मिले
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
“ मैथिली ग्रुप आ मिथिला राज्य ”
“ मैथिली ग्रुप आ मिथिला राज्य ”
DrLakshman Jha Parimal
अगर उठ गए ये कदम तो चलना भी जरुरी है
अगर उठ गए ये कदम तो चलना भी जरुरी है
'अशांत' शेखर
Loading...