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9 Dec 2016 · 1 min read

दिल की गहराइयों से वो हमें चाहती है

हरपल मुश्किलों से खुद को वो झुठलाती है,
हमसे नफरत करती है, खुदको ये समझाती है,
जानती वो भी है कि बस अपना मन बहलाती है,
दिल की गहराइयों से टूटकर वो हमें चाहती है।

————शैंकी भाटिया
अगस्त 26, 2016

Language: Hindi
428 Views
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