Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Aug 2017 · 1 min read

*दरिया,दोस्ती,तिश्नगी़,खुशी,समंदर,मौजिज़ा,आइना, ज़िंदगी*

सुहानी ज़िदगी को तुम कभी दुश्वार मत करना !
न हो मालूम गहराई तो’ दरिया पार मत करना !
मुसाफ़िर हौंसला रखना हमेशा ही ज़माने में ,
सजाये दिल ने’ जो सपने उन्हें मिस्मार मत करना !

::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

बड़ा ही सुहाना सफ़र दोस्ती !
दिलों पर करे है असर दोस्ती !
जगत में सभी को ये दे आसरा ,
सदा ही निराला शज़र दोस्ती !
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

तिश्नगी आज  दिल में  जगा दीजिए !
ज़िंदगी हौसलों से सजा दीजिए !
डूब जाओ खुशी के समंदर में तुम ,
बात रंजो अलम की भुला दीजिए !

::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

बात दिल की मेरे मौजिज़ा कर गयी !
ज़िंदगी को है इक आइना कर गयी !
दूर हमसे किए सारे रंजो अलम ,
हर किसी से हमें आश्ना कर गयी !

::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

ज़िंदगी का सफ़र अब सुहाना हुआ !
दौरे – गर्दिश तो गुज़रा ज़माना  हुआ !
चाँद जलने लगा हमसफ़र से मिरे ,
खूबसूरत दिले -आशियाना हुआ !

::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
धर्मेन्द्र अरोड़ा “मुसाफ़िर”
(9034376051

Language: Hindi
388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरी पायल की वो प्यारी सी तुम झंकार जैसे हो,
मेरी पायल की वो प्यारी सी तुम झंकार जैसे हो,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
पूर्वार्थ
सास खोल देहली फाइल
सास खोल देहली फाइल
नूरफातिमा खातून नूरी
#ऐसी_कैसी_भूख?
#ऐसी_कैसी_भूख?
*Author प्रणय प्रभात*
उफ़,
उफ़,
Vishal babu (vishu)
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
Ram Krishan Rastogi
वो बीते हर लम्हें याद रखना जरुरी नही
वो बीते हर लम्हें याद रखना जरुरी नही
'अशांत' शेखर
हमने भी ज़िंदगी को
हमने भी ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
थक गई हूं
थक गई हूं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सत्य की खोज
सत्य की खोज
SHAMA PARVEEN
हृदय के राम
हृदय के राम
Er. Sanjay Shrivastava
बीता समय अतीत अब,
बीता समय अतीत अब,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
कुछ समझ में ही नहीं आता कि मैं अब क्या करूँ ।
कुछ समझ में ही नहीं आता कि मैं अब क्या करूँ ।
Neelam Sharma
💐प्रेम कौतुक-451💐
💐प्रेम कौतुक-451💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
मां तुम बहुत याद आती हो
मां तुम बहुत याद आती हो
Mukesh Kumar Sonkar
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
सत्य कुमार प्रेमी
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
Soniya Goswami
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
VINOD CHAUHAN
चर्चित हो जाऊँ
चर्चित हो जाऊँ
संजय कुमार संजू
दास्तां
दास्तां
umesh mehra
"रौनक"
Dr. Kishan tandon kranti
एहसास
एहसास
Shutisha Rajput
भाई बहन का रिश्ता बचपन और शादी के बाद का
भाई बहन का रिश्ता बचपन और शादी के बाद का
Rajni kapoor
गले की फांस
गले की फांस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नहीं अब कभी ऐसा, नहीं होगा हमसे
नहीं अब कभी ऐसा, नहीं होगा हमसे
gurudeenverma198
Loading...