Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Dec 2016 · 1 min read

तेरे ईश्क़ को अपनी अमानत कर लूं

तेरे ईश्क़ को अपनी अमानत कर लूं
हसरत तो है के तुझसे मोहब्बत कर लूं

ग़म-ए-जहां से कुछ रोज़ सही फुरक़त कर लूं
राह-ए-शौक़ से ए दिल तेरी निस्बत कर लूं

ए ज़िंदगी अपनी कुछ तेरी इज़्ज़त कर लूं
कुछ और नहीं तो बस यही महारत कर लूं

ज़िद ही पकड़ ली है तो ठहर जा पहले
तेरी गली तिरे शहर की मसाफत कर लूं

बहलाता है जब दिल को तो लगता है
मैं भी तेरे जैसी अपनी आदत कर लूं

मानूं तेरी ए दिल मिरे तू जो कहता है
आज उसूलों से अपने बग़ावत कर लूं

क्यूँ मैने राहों में पत्थर थे गिरा लिये
अपने ही दिल से अपनी मैं शिक़ायत कर लूं

—सुरेश सांगवान ‘सरु’

1 Comment · 319 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
Dushyant Kumar
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
फिर से ऐसी कोई भूल मैं
फिर से ऐसी कोई भूल मैं
gurudeenverma198
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कहते हैं लोग
कहते हैं लोग
हिमांशु Kulshrestha
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
Sukoon
■ कब तक, क्या-क्या बदलोगे...?
■ कब तक, क्या-क्या बदलोगे...?
*Author प्रणय प्रभात*
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Santosh Khanna (world record holder)
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
shabina. Naaz
दोहे : प्रभात वंदना हेतु
दोहे : प्रभात वंदना हेतु
आर.एस. 'प्रीतम'
*ले औषधि संजीवनी, आए रातों-रात (कुछ दोहे)*
*ले औषधि संजीवनी, आए रातों-रात (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन्नत के धागे
मन्नत के धागे
Dr. Mulla Adam Ali
** शिखर सम्मेलन **
** शिखर सम्मेलन **
surenderpal vaidya
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
वर्तमान के युवा शिक्षा में उतनी रुचि नहीं ले रहे जितनी वो री
वर्तमान के युवा शिक्षा में उतनी रुचि नहीं ले रहे जितनी वो री
Rj Anand Prajapati
एक एक ख्वाहिशें आँख से
एक एक ख्वाहिशें आँख से
Namrata Sona
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
"हैसियत"
Dr. Kishan tandon kranti
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
शान्त हृदय से खींचिए,
शान्त हृदय से खींचिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
Jitendra Chhonkar
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
Drjavedkhan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दादी की वह बोरसी
दादी की वह बोरसी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
*भगत सिंह हूँ फैन  सदा तेरी शराफत का*
*भगत सिंह हूँ फैन सदा तेरी शराफत का*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
2827. *पूर्णिका*
2827. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...