Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2017 · 1 min read

तुमने कहा था

एक
शाम
सागर के वीरान किनारे पर
तुमने कहा था-
मेरे प्यार की गहराइयों के मुकाबिल
सागर की अनन्त गहराईयाऑं क्या?
मेरे प्यार के बन्धन के सामने
जन्म-मरण का बन्धन क्या?
मेरे प्यार के अमरत्व आगे
सूरज-चांद की बिसात क्या?
सुनकर कितना खुश हुआ था मैं
क्योंकि नहीं समझ पाया था तब
जो अब समझा
कितना उथला
कितना कमज़ोर
और कितना क्षणिक था
तेरा प्यार।
पर आज मैं खुश हूँ
क्योंकि
मेरा कोई प्यार नहीं है।
(ईश्वर जैन, उदयपुर)

Language: Hindi
1 Like · 466 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माना के तू बेमिसाल है
माना के तू बेमिसाल है
shabina. Naaz
"कलयुग का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
" फ़साने हमारे "
Aarti sirsat
अजीब बात है
अजीब बात है
umesh mehra
* शक्ति स्वरूपा *
* शक्ति स्वरूपा *
surenderpal vaidya
कर दिया
कर दिया
Dr fauzia Naseem shad
✒️कलम की अभिलाषा✒️
✒️कलम की अभिलाषा✒️
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
*सत्य*
*सत्य*
Shashi kala vyas
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सिंदूरी इस भोर ने, किरदार नया फ़िर मिला दिया ।
सिंदूरी इस भोर ने, किरदार नया फ़िर मिला दिया ।
Manisha Manjari
रूठी बीवी को मनाने चले हो
रूठी बीवी को मनाने चले हो
Prem Farrukhabadi
जीवन मे कुछ निर्णय
जीवन मे कुछ निर्णय
*Author प्रणय प्रभात*
ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया।
ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया।
सत्य कुमार प्रेमी
* straight words *
* straight words *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
श्री राम अयोध्या आए है
श्री राम अयोध्या आए है
जगदीश लववंशी
मेरा चाँद न आया...
मेरा चाँद न आया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!*
【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!*
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
हजारों लोग मिलेंगे तुम्हें
हजारों लोग मिलेंगे तुम्हें
ruby kumari
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
लहरों पर चलता जीवन
लहरों पर चलता जीवन
मनोज कर्ण
बच्चों को बच्चा रहने दो
बच्चों को बच्चा रहने दो
Manu Vashistha
कह दें तारों से तू भी अपने दिल की बात,
कह दें तारों से तू भी अपने दिल की बात,
manjula chauhan
तेरे गम का सफर
तेरे गम का सफर
Rajeev Dutta
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मोहब्बत
मोहब्बत
Shriyansh Gupta
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
Atul "Krishn"
अपनी-अपनी विवशता
अपनी-अपनी विवशता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बसंत का मौसम
बसंत का मौसम
Awadhesh Kumar Singh
Loading...