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22 Jul 2017 · 2 min read

तीन कविताएँ

[20]
शब्द चितेरा

मैं भी होता शब्द चितेरा ,कोई बात न्यारी लिखता |
होरी की दुःख – गाथा लिखता , धनिया की लाचारी लिखता ||

बाप – बेटे या भाई – भाई में , रिश्ते आखिर बिखरे क्यूँ |
धन – बल – सत्ता की खातिर , क्यूँ हो रही मारामारी लिखता ||

सभ्य शहर की गलियों में , क्यों मंडराए काले साए |
क्यों फैले हैं गली मोहल्ले भय भूख बीमारी लिखता ||

काट – काट कर पेट को जिसने , सुखद बुढ़ापा चाहा था |
वृधाश्रम में घुट कर फिर क्यों , उसने उम्र गुजारी लिखता ||

मीलों सड़कें खोदीं फिर भी क्यों , पैदल चलना हिस्से आया |
अन्न उगाकर भूखे रहना , उनकी व्यथा यह सारी लिखता ||

अपना सर्वस्व लुटाया जिसने , मां – भगिनी – बेटी – कांता बन |
फिर क्यों बांधे खड़ी बेड़ियाँ , इस दुनिया में नारी लिखता ||

बरसों पन्ने पलटे फिर भी , दफ्तर – दफ्तर घूम रहे |
शिक्षित युवा – हाथों ने क्यों , पकड़ी आज बेकारी लिखता ||

न लिखता परियों की बातें – न ही राजा रानी की |
भोग रहे जो हम तुम दोनों , अपनी और तुम्हारी लिखता ||

अशोक दर्द ,प्रवास कुटीर बनीखेत , चंबा हिमाचल प्रदेश १७६३०३

[21]

बस्ती में आग …

देकर मजहब की दुहाई किसी ने |
बस्ती में आग फिर लगाई किसी ने ||

बच्चे बस्ती के फिर हो गये यतीम |
ममता फिर सिर से उठाई किसी ने ||

पंछी फिर टहनियों में सिमट से गये |
हवा में फिर गोली चलाई किसी ने ||

सहमी आँखों से फिर टपके आंसू |
गोद फिर से किसी की चुराई किसी ने ||

आज फिर चौराहा पड़ा है सुनसान |
बस्ती फिर कहीं न कहीं जलाई किसी ने ||

लोग लेकर खंजर फिर लगे हैं लड़ने |
बात मजहब की फिर उठाई किसी ने ||

लिखा था जिसमें राम रहीम दोनों एक हैं |
फिर व्ही किताब जलाई किसी ने ||

अशोक दर्द बनीखेत चंबा ,हिमाचल प्रदेश

[22]
याद आता है …
जिसे मैं भूल बैठा था वो मंजर याद आता है |
मेरे कातिल तेरे हाथों का खंजर याद आता है ||

करते थे यहां हम तुम इबादत प्यार की हमदम |
वो पनघट याद आता है वो मन्दिर याद आता है ||

तेरी इक याद का जादू मेरे सिर चढ़ के बोला था |
उठा था फिर जो शहर में तेरे बवंडर याद आता है ||

न पानी था न गहराई मगर फिर भी मेरे हमदम |
डुबाई थी मेरी कश्ती समन्दर याद आता है ||

मेरी ऊँगली पकड़कर जो मुझे था राह में लाया |
कठिन राहों में अब भी वो कलंदर याद आटा है ||

तेरी चाहत में जब भी मैं गहरे डूब जाऊं तो |
खाली हाथ जाता वो सिकन्दर याद आता है ||

[23]

Language: Hindi
469 Views
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