Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2016 · 3 min read

तलाक की नौबत न आने दीजिये

तलाक लफ्ज ही है दर्दनाक
बस इतना जान लीजिए
विनती है दुनिया वालों तुमसे
तलाक की नौबत न आने दीजिये ।

ढाई दिन की है जिंदगी
एक दूसरे पर वार दीजिये
आएं भूचाल जो जिंदगी में
हंस खेल के गुजार दीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे,,,,,,

केवल सुख ही सुख हो हर पल
ऐसा कभी होता ही नहीं
ऐसा चाहते अगर माँ बाप तुम्हारे भी
तो तुम्हारा भी जन्म होता नहीं
लड़ना झगड़ना तो है बेहतरीन पल जिंदगी के
बस इतना ही विचार लीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे,,,,,,,,

मन में हो शक का भार अगर
जल्दी से साथी से हल्का कर लीजिए
मन ही मन पानी देकर इसे
और न कड़वा ये विष कीजिये
होता है अक्सर शक से विनाश देखा मैंने
इसे दूर कर जिंदगी सँवार लीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे ,,,,,,,,

मित्र होते है करीबी , जीवन साथी तुम्हारे
चाहे नजरें पूरा संसार घुमा लीजिये
पग पग साथ की पड़ती है जरूरत उनकी
इतना जरूर समझ लीजिए
टूट जाते हैं मोती दिल की माला के बिछुड़कर
साथ यूँ न आसानी से छूटने दीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे,,,,,,,,,,

बच्चों के मात पिता जब बिछड़ने की सोचना
उनका क्या होगा भविष्य , ये भी तो देखना
माँ बाप की कमी को उम्र भर तरसते वो
कौन सुनेगा तुम्हारे बाद ,उनके तन्हा दर्द की वेदना
बिन माँ बाप खाते हैं ठोकरे बच्चे उम्र भर
ये तस्वीर मन में खींच लीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे,,,,,,,,,

सास को माँ और माँ को सास
जो समझे शादी के बाद
समझना उसकी जिंदगी में आनंद ही आनंद
मिलता रहेगा परमपिता का आशीर्वाद
पत्नी को समझे जो लक्ष्मी अपने घर की
शक का करता रहे हर पल विनाश
उसकी संवर गयी रे जिंदगी
हुआ उस घर में जो राम राज
बन्द कमरे की गलतफहमियां
कमरे में ही सुलझा लीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे,,,,,,

रिश्ता जोड़ने से पहले एक सावधानी
बड़े बुजुर्ग आज के समय में जान लीजिए
जानें एक दूसरे को वो पहले
2 से 3 बार उन्हें बेशक मिलने दीजिये
विचारों के तालमेल है जरूरत आज की
यही न मिलना है दीवार आज की
इस दीवार को न शुरू से ही पनपने दीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे,,,

लड़की के परिजन आज के समझे अगर इस बात को
न झांकिए शादी के बात बिलकुल भी , बेटी के परिवार को
न उजड़ेगी बेटी की जिंदगी कभी
बेशक हजार बार आजमा लीजिये
कभी भी गलती से बेटी को ,
ससुराल के मामले में
बेवजह न अपनी राय दीजिये
हो सके तो जितना भी अगर तुमसे
बेटी से दुश्मनी कर लीजिए
सीख जायेगी खुद बेखुद लड़खड़ाकर
वो जीना आख़िरकार
उसे अपने दम पर जीने का
मौका तो दीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे,,,

एक का कहना , दूसरे ने सहना
ससुराल का रहना , मायके न कहना
ये दोहा जिंदगी में उतार लीजिये
हसीन होगी जिंदगी तुम्हारी
जो इन बातों को विचार लीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे ,,,,

पवित्र रिश्ता निभाओ अपनी सूझबूझ से हरदम
जीवन साथी तुम , दिया और बाती तुम
मांग चमकाकर सजना की हर पल बहना
कभी न ये सूरज ढलने दीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे
तलाक लफ्ज को खुद से कोसों दूर कीजिये
विनती है दुनिया वालों तुमसे
तलाक की नौबत न आने दीजिये,,,,,,,,,

आज की हर युवा पीढ़ी को समर्पित,,,,,,,,,,,

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 457 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from कृष्ण मलिक अम्बाला
View all
You may also like:
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
Paras Nath Jha
“दो अपना तुम साथ मुझे”
“दो अपना तुम साथ मुझे”
DrLakshman Jha Parimal
मेरे आदर्श मेरे पिता
मेरे आदर्श मेरे पिता
Dr. Man Mohan Krishna
💐प्रेम कौतुक-166💐
💐प्रेम कौतुक-166💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
छोड़ भगौने को चमचा, चल देगा उस दिन ।
छोड़ भगौने को चमचा, चल देगा उस दिन ।
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
नूरफातिमा खातून नूरी
नयी - नयी लत लगी है तेरी
नयी - नयी लत लगी है तेरी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*जिंदगी-नौका बिना पतवार है ( हिंदी गजल/गीतिका )*
*जिंदगी-नौका बिना पतवार है ( हिंदी गजल/गीतिका )*
Ravi Prakash
कुछ भी तो इस जहाँ में
कुछ भी तो इस जहाँ में
Dr fauzia Naseem shad
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
gurudeenverma198
24/233. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/233. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जल से सीखें
जल से सीखें
Saraswati Bajpai
Tum har  wakt hua krte the kbhi,
Tum har wakt hua krte the kbhi,
Sakshi Tripathi
जय श्री राम
जय श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
पेड़ लगाए पास में, धरा बनाए खास
पेड़ लगाए पास में, धरा बनाए खास
जगदीश लववंशी
आज की प्रस्तुति: भाग 4
आज की प्रस्तुति: भाग 4
Rajeev Dutta
माँ को फिक्र बेटे की,
माँ को फिक्र बेटे की,
Harminder Kaur
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
vah kaun hai?
vah kaun hai?
ASHISH KUMAR SINGH
संतुलित रहें सदा जज्बात
संतुलित रहें सदा जज्बात
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
#लघुकथा :--
#लघुकथा :--
*Author प्रणय प्रभात*
हमारी दोस्ती अजीब सी है
हमारी दोस्ती अजीब सी है
Keshav kishor Kumar
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
रूठे लफ़्ज़
रूठे लफ़्ज़
Alok Saxena
इस मोड़ पर
इस मोड़ पर
Punam Pande
कैसा होगा कंटेंट सिनेमा के दौर में मसाला फिल्मों का भविष्य?
कैसा होगा कंटेंट सिनेमा के दौर में मसाला फिल्मों का भविष्य?
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
*जातक या संसार मा*
*जातक या संसार मा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रिश्ते दिलों के अक्सर इसीलिए
रिश्ते दिलों के अक्सर इसीलिए
Amit Pandey
Loading...