Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2017 · 1 min read

तनहा हुए हैं आज वो

तनहा हुए हैं आज वो महफ़िल,
की जिन्हे आदत थी,
शौके मज़बूरी बन गया वो वक़्त,
जिससे उन्हें बगावत थी,
आज फैसला होगा वहीं उनके गुनाहों का,
जो कभी उनकी ही अदालत थी,
शोहरत पे अपनी उनको गुमान था बहुत,
न रहा वो इख़्तियार जिसकी उन्हें इजाजत थी,

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 370 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from RASHMI SHUKLA
View all
You may also like:
-- ग़दर 2 --
-- ग़दर 2 --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
बिहार से एक महत्वपूर्ण दलित आत्मकथा का प्रकाशन / MUSAFIR BAITHA
बिहार से एक महत्वपूर्ण दलित आत्मकथा का प्रकाशन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
क्या तुम इंसान हो ?
क्या तुम इंसान हो ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
यादें
यादें
Tarkeshwari 'sudhi'
साथ
साथ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2440.पूर्णिका
2440.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
मुस्कुराहटे जैसे छीन सी गई है
मुस्कुराहटे जैसे छीन सी गई है
Harminder Kaur
"मेरा गलत फैसला"
Dr Meenu Poonia
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
Manisha Manjari
हर मसाइल का हल
हर मसाइल का हल
Dr fauzia Naseem shad
🙅कही-अनकही🙅
🙅कही-अनकही🙅
*Author प्रणय प्रभात*
उन पुरानी किताबों में
उन पुरानी किताबों में
Otteri Selvakumar
ज़रा मुस्क़ुरा दो
ज़रा मुस्क़ुरा दो
आर.एस. 'प्रीतम'
गिरता है धीरे धीरे इंसान
गिरता है धीरे धीरे इंसान
Sanjay ' शून्य'
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
हे मां शारदे ज्ञान दे
हे मां शारदे ज्ञान दे
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हिन्द की भाषा
हिन्द की भाषा
Sandeep Pande
राम नाम की धूम
राम नाम की धूम
surenderpal vaidya
शुगर के मरीज की आत्मकथा( हास्य व्यंग्य )
शुगर के मरीज की आत्मकथा( हास्य व्यंग्य )
Ravi Prakash
Love yourself
Love yourself
आकांक्षा राय
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
Ranjeet kumar patre
मस्ती का त्योहार है,
मस्ती का त्योहार है,
sushil sarna
💐प्रेम कौतुक-466💐
💐प्रेम कौतुक-466💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
ग़ज़ल/नज़्म - फितरत-ए-इंसा...आज़ कोई सामान बिक गया नाम बन के
अनिल कुमार
जिज्ञासा
जिज्ञासा
Neeraj Agarwal
"साहस का पैमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
एक बात तो,पक्की होती है मेरी,
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...