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11 Jul 2017 · 1 min read

झरने

कर संघर्ष पाषाणों से
मधुर संगीत सुनाते झरने
कल – कल कल – कल गीत सुनाते
आगे बढ़ते जाते झरने ।

कभी न रुकते कभी न थकते
हिम्मत हैं बरसाते झरने
सूनी सूनी गिरि राहों में
मंगल भाव जगाते झरने ।

मन से निर्मल तन से द्रवित
पत्थर पर प्रेम लुटाते झरने
कर स्पर्श शिलाखंडों को
जलमय उन्हें बनाते झरने ।

डॉ रीता
एफ 11 , फेज़ 6
आया नगर , नई दिल्ली
110047

Language: Hindi
891 Views
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