Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2016 · 1 min read

ज्ञान,ज्ञेय,ज्ञाता की नहीं कोई वास्तविकता: जितेंद्रकमलआनंद(पोस्ट ९८/ १०२)

घनाक्षरी
———–
ज्ञान, ज्ञेय, ज्ञाता की कोई डासंतविकता,
परस्वर असम्बंध ,कियोंकि मैं निरंजन ।
ज्ञान ,ज्ञेय,ज्ञाता तो अज्ञानियों को भासते हैं ।
सोचमें विविधता , है बंधन ही बंधन ।
है तथ्य- कथ्य आत्मा यह , तत्व परम आत्मा ,
मंथन किया हुआ है , सत्य यही चिंतन ,
कोई ज्ञान अंतिम न , ज्ञान तो अनन्तिम है ।
अज्ञान से होता आया है , सदा ही क्रंदन ।।

—– जितेंद्रकमलआनंद

Language: Hindi
1 Comment · 265 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
Dr. Upasana Pandey
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
- मोहब्बत महंगी और फरेब धोखे सस्ते हो गए -
bharat gehlot
*ऐसा युग भी आएगा*
*ऐसा युग भी आएगा*
Harminder Kaur
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
Rj Anand Prajapati
मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
जात आदमी के
जात आदमी के
AJAY AMITABH SUMAN
3289.*पूर्णिका*
3289.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सच्चाई की कीमत
सच्चाई की कीमत
Dr Parveen Thakur
आवाज़ दीजिए Ghazal by Vinit Singh Shayar
आवाज़ दीजिए Ghazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
‘बेटी की विदाई’
‘बेटी की विदाई’
पंकज कुमार कर्ण
वह फूल हूँ
वह फूल हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*जीवन का आधार है बेटी,
*जीवन का आधार है बेटी,
Shashi kala vyas
" जुदाई "
Aarti sirsat
मैं चाहता हूँ अब
मैं चाहता हूँ अब
gurudeenverma198
संगठग
संगठग
Sanjay ' शून्य'
*अपने बाल खींच कर रोती (बाल कविता)*
*अपने बाल खींच कर रोती (बाल कविता)*
Ravi Prakash
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रेम
प्रेम
Dr. Shailendra Kumar Gupta
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
Dr. Man Mohan Krishna
जो माता पिता के आंखों में आसूं लाए,
जो माता पिता के आंखों में आसूं लाए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
আগামীকালের স্ত্রী
আগামীকালের স্ত্রী
Otteri Selvakumar
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खुदा रखे हमें चश्मे-बद से सदा दूर...
खुदा रखे हमें चश्मे-बद से सदा दूर...
shabina. Naaz
खामोशी ने मार दिया।
खामोशी ने मार दिया।
Anil chobisa
अनकहे अल्फाज़
अनकहे अल्फाज़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...