Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2017 · 1 min read

जो खुद को सेक्युलर नहीं मानते उनके लिए –

बाहर हैं तो अभी सीधा घर जाइये

घर जाकर टी.वी. में आग लगाइये

सभी जाति -धर्म के लोग दिखाई देगें

फिल्म – सीरियल पर नजर दौड़ाइये

बच्चों को उस स्कूल में डालिये

जहां आपकी जाति के शिक्षक होने चाहिये

सामान हर दुकान से मत खरीदिये

दुकान भी आपकी जाति धर्म की होनी चाहिए

किस धर्म के आदमी ने बनाया है ये सामान ?

अपनी जाति के दुकानदार से पुछवाईये

आप सेकुलर नहीं जो किसी के भी हाथ का खालें

इसलिए कुछ दिन हो सके तो भूंखे ही सो जाइये

कपडा – लत्ता और मकान बनवाना हो यदि

अपनी जाति के सभी कारीगर ढूंढ लाइये

माँ बाप बीमार हो तो किसी के भी यहाँ मत जाइये

अपनी जाति का डॉक्टर ढूंढ इलाज़ करवाइये

ना मिले आपकी जाति – धर्म का डॉक्टर -वैध -हकीम

तो माँ -बाप को मरने के लिए यूँ ही घर बैठाइये

राम नाम सत्य बोलिये और बुलवाइये

हम सारे भारतीय सेकुलर ही थे और रहेंगे

दिमाग के इंजन में तेल जरा भरवाइये

सैकड़ो बातें हैं जो आपस में जोड़ती हैं

जाति – धर्म छोड़ सभी मानवता अपनाइये

सबसे मिलना , सभी संग चलना पहचान हो

मैं सेकुलर हूँ इस बात पर गुरूर होना चाहिये !
—————————————-
लेखिका – – जयति जैन (नूतन), रानीपुर झांसी उ.प्र

Language: Hindi
1 Like · 461 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" शिक्षक "
Pushpraj Anant
गज़ल (राखी)
गज़ल (राखी)
umesh mehra
■ कोई तो बताओ यार...?
■ कोई तो बताओ यार...?
*Author प्रणय प्रभात*
जिज्ञासा
जिज्ञासा
Neeraj Agarwal
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
महान् बनना सरल है
महान् बनना सरल है
प्रेमदास वसु सुरेखा
"डगर"
Dr. Kishan tandon kranti
- दीवारों के कान -
- दीवारों के कान -
bharat gehlot
जन्नत
जन्नत
जय लगन कुमार हैप्पी
*दर्द का दरिया  प्यार है*
*दर्द का दरिया प्यार है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
surenderpal vaidya
National YOUTH Day
National YOUTH Day
Tushar Jagawat
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
तेरी हस्ती, मेरा दुःख,
तेरी हस्ती, मेरा दुःख,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
पूर्वार्थ
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
*नि:स्वार्थ विद्यालय सृजित जो कर गए उनको नमन (गीत)*
*नि:स्वार्थ विद्यालय सृजित जो कर गए उनको नमन (गीत)*
Ravi Prakash
আজকের মানুষ
আজকের মানুষ
Ahtesham Ahmad
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
मन को जो भी जीत सकेंगे
मन को जो भी जीत सकेंगे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उच्च पदों पर आसीन
उच्च पदों पर आसीन
Dr.Rashmi Mishra
एक समय के बाद
एक समय के बाद
हिमांशु Kulshrestha
वैलेंटाइन डे पर कविता
वैलेंटाइन डे पर कविता
Shekhar Chandra Mitra
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तत्काल लाभ के चक्कर में कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिसमें धन भ
तत्काल लाभ के चक्कर में कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिसमें धन भ
Paras Nath Jha
आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ
आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
न मुमकिन है ख़ुद का घरौंदा मिटाना
न मुमकिन है ख़ुद का घरौंदा मिटाना
शिल्पी सिंह बघेल
खामोश
खामोश
Kanchan Khanna
Loading...