Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2017 · 1 min read

!! जेब गर्म तो रिश्ते गर्म !!

आजमा लो, जिन्दगी में
अगर सच न हो तो बता देना
अगर जेब में रखा है पैसा
तो सब रिश्ते पास आ जाते हैं

बुरा वक्त सभी पर आता है
यह सोच रखनी जरूरी है
उस वक्त ही पता चलता है सबका
की कोण कितना काम आना जरूरी है

रिश्तों की गर्मी बस धन से है
मन के तो चलते ही रहते हैं
कोन अपना है कोन पराया
दुःख में ही सब तब दीखते हैं

न करो घमंड कभी इस माया पर
यह कभी किसी की नहीं होती है
आज यहाँ है मेरे पास अनगिनत
कल यही तो मुझ को धोखा देती है

माय और काया का गुमान न कर
ओ इंसान यह कभी भी साथ छोड़ देती है
“करूणाकर” ने भी खूब देखा दुनिया को
वकत आने पर कभी साथ न देती है

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
472 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
बनावटी दुनिया मोबाईल की
बनावटी दुनिया मोबाईल की"
Dr Meenu Poonia
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
Manisha Manjari
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मिष्ठी रानी गई बाजार
मिष्ठी रानी गई बाजार
Manu Vashistha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
पूर्वार्थ
नमन तुम्हें नर-श्रेष्ठ...
नमन तुम्हें नर-श्रेष्ठ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सतशिक्षा रूपी धनवंतरी फल ग्रहण करने से
सतशिक्षा रूपी धनवंतरी फल ग्रहण करने से
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
Paras Nath Jha
इंसान को इंसान से दुर करनेवाला केवल दो चीज ही है पहला नाम मे
इंसान को इंसान से दुर करनेवाला केवल दो चीज ही है पहला नाम मे
Dr. Man Mohan Krishna
जै जै अम्बे
जै जै अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मां की कलम से!!!
मां की कलम से!!!
Seema gupta,Alwar
निशाना
निशाना
अखिलेश 'अखिल'
फिरकापरस्ती
फिरकापरस्ती
Shekhar Chandra Mitra
इश्क़ का असर
इश्क़ का असर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
प्रेम.....
प्रेम.....
शेखर सिंह
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
Keshav kishor Kumar
"विश्व हिन्दी दिवस"
Dr. Kishan tandon kranti
बेसब्री
बेसब्री
PRATIK JANGID
यादों से कह दो न छेड़ें हमें
यादों से कह दो न छेड़ें हमें
sushil sarna
छुड़ा नहीं सकती मुझसे दामन कभी तू
छुड़ा नहीं सकती मुझसे दामन कभी तू
gurudeenverma198
मुझको बे'चैनियाँ जगा बैठी
मुझको बे'चैनियाँ जगा बैठी
Dr fauzia Naseem shad
चाँद  भी  खूबसूरत
चाँद भी खूबसूरत
shabina. Naaz
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
कवि दीपक बवेजा
2981.*पूर्णिका*
2981.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐अज्ञात के प्रति-116💐
💐अज्ञात के प्रति-116💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बिन सूरज महानगर
बिन सूरज महानगर
Lalit Singh thakur
रंगों की बारिश (बाल कविता)
रंगों की बारिश (बाल कविता)
Ravi Prakash
नश्वर संसार
नश्वर संसार
Shyam Sundar Subramanian
Loading...