Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2016 · 1 min read

जुल्म_ए_भक्ति

अधिकार,संघर्ष,तो इतिहास रहा है,
किसी ने समर्थम किया है,तो कोई भक्त रहा है,
पर याद है मुझे,
वो पोरष का भी पुरुषार्थ,
सूली पर चढ़ कर भी जिसने शत्रु को ललकार दिया है ।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 221 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
अपनी धरती कितनी सुन्दर
अपनी धरती कितनी सुन्दर
Buddha Prakash
पिंजरे के पंछी को उड़ने दो
पिंजरे के पंछी को उड़ने दो
Dr Nisha nandini Bhartiya
3277.*पूर्णिका*
3277.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बंसत पचंमी
बंसत पचंमी
Ritu Asooja
कहां गए (कविता)
कहां गए (कविता)
Akshay patel
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
संत कबीरदास
संत कबीरदास
Pravesh Shinde
........
........
शेखर सिंह
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
Neelam Sharma
मतदान से, हर संकट जायेगा;
मतदान से, हर संकट जायेगा;
पंकज कुमार कर्ण
नयकी दुलहिन
नयकी दुलहिन
आनन्द मिश्र
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
माँ महान है
माँ महान है
Dr. Man Mohan Krishna
शेयर
शेयर
rekha mohan
"ये याद रखना"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
कुछ रिश्ते भी रविवार की तरह होते हैं।
Manoj Mahato
जिंदगी हमने जी कब,
जिंदगी हमने जी कब,
Umender kumar
यह सब कुछ
यह सब कुछ
gurudeenverma198
प्रेम जब निर्मल होता है,
प्रेम जब निर्मल होता है,
हिमांशु Kulshrestha
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
किसका  हम शुक्रिया करें,
किसका हम शुक्रिया करें,
sushil sarna
कुछ चूहे थे मस्त बडे
कुछ चूहे थे मस्त बडे
Vindhya Prakash Mishra
योग
योग
जगदीश शर्मा सहज
दीप की अभिलाषा।
दीप की अभिलाषा।
Kuldeep mishra (KD)
मुनादी कर रहे हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)
मुनादी कर रहे हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
फौजी की पत्नी
फौजी की पत्नी
लक्ष्मी सिंह
■ जिजीविषा : जीवन की दिशा।
■ जिजीविषा : जीवन की दिशा।
*Author प्रणय प्रभात*
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
Chunnu Lal Gupta
Loading...