Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jul 2017 · 1 min read

जीवन हैं एक मेला

जीवन है एक मेला,
उलझनाे का है झमेला,
लगे है खुशियों के झूले,
भटककर हम उनकाे भूले,
पग पग पर लगे है कुंए माैत के,
अच्छी साेच, सच्ची चाह संग है दाेस्त के,
जीवन में भर लाे अपनाे के रंग,
हर पल लगेगा सुहाना उनके संग,
जीना है चलकर,
मुड़ना नही डरकर,
।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
*जाऍंगे प्रभु राम के, दर्शन करने धाम (कुंडलिया)*
*जाऍंगे प्रभु राम के, दर्शन करने धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
माँ
माँ
Anju
चक्रवृद्धि प्यार में
चक्रवृद्धि प्यार में
Pratibha Pandey
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
आने वाले कल का ना इतना इंतजार करो ,
Neerja Sharma
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
पूर्वार्थ
कोई आरज़ू नहीं थी
कोई आरज़ू नहीं थी
Dr fauzia Naseem shad
"नए पुराने नाम"
Dr. Kishan tandon kranti
हस्ती
हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
भाग्य प्रबल हो जायेगा
भाग्य प्रबल हो जायेगा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कभी-कभी
कभी-कभी
Sûrëkhâ Rãthí
चिट्ठी   तेरे   नाम   की, पढ लेना करतार।
चिट्ठी तेरे नाम की, पढ लेना करतार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मेरे भी थे कुछ ख्वाब,न जाने कैसे टूट गये।
मेरे भी थे कुछ ख्वाब,न जाने कैसे टूट गये।
Surinder blackpen
आविष्कार एक स्वर्णिम अवसर की तलाश है।
आविष्कार एक स्वर्णिम अवसर की तलाश है।
Rj Anand Prajapati
🙅शायद🙅
🙅शायद🙅
*Author प्रणय प्रभात*
श्रीराम मंगल गीत।
श्रीराम मंगल गीत।
Acharya Rama Nand Mandal
Aaj samna khud se kuch yun hua aankho m aanshu thy aaina ru-
Aaj samna khud se kuch yun hua aankho m aanshu thy aaina ru-
Sangeeta Sangeeta
***कृष्णा ***
***कृष्णा ***
Kavita Chouhan
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
मॉडर्न किसान
मॉडर्न किसान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रात
रात
sushil sarna
ना जाने क्यों...?
ना जाने क्यों...?
भवेश
क्या कहूँ
क्या कहूँ
Ajay Mishra
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
इतना रोई कलम
इतना रोई कलम
Dhirendra Singh
ईज्जत
ईज्जत
Rituraj shivem verma
कवियों का अपना गम...
कवियों का अपना गम...
goutam shaw
प्यार के लिए संघर्ष
प्यार के लिए संघर्ष
Shekhar Chandra Mitra
हम कितने चैतन्य
हम कितने चैतन्य
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पुस्तक
पुस्तक
Sangeeta Beniwal
ताउम्र लाल रंग से वास्ता रहा मेरा
ताउम्र लाल रंग से वास्ता रहा मेरा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
Loading...