Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2017 · 1 min read

जीवन में आभा की ज्योत जगा दो ( ह्रदय की आभा)

जीवन में आभा की ज्योत जगा दो,
जीवन में थोडा कुछ कर दिखलादो,,
ह्रदय चाहे दर्द से ही भींच रहा हो,
उद्दगारो से ही ह्रदय सींच रहा हो,,
रिमझिम आँखे कुछ कह रही हों,
दर्द मंजिल मे आभा ढूंढ रही हों,,
जीवन मे आभा……………. 1

आशा सामंजस्य मे अस्तित्व कैसा ,
खुशियो की लहरों मे दर्द कैसा ,,
ह्रदय सागर की लहरे झलक रही,
उछलती सागर मे संदेश तलक रही,,
जीवन मे आभा…….. …….2

खुशियाँ आभा की बचकानी करते,
नये-नवेले ह्रदय उद्गार हरदम भरते,,
आभा कह रही से -सिला लिखाया ,
ह्रदय पराग लिए चारो ओर फैलाया,,
जीवन मे आभा…………….3

चमक-दमक लिये ह्रदय बहक उठा,
फनकार लिये ह्रदय आभा से रूठा,,
रण कहता आभा की ज्योत देदो,
तन का परिंदा हूँ जरा सा जिने दो,,
जीवन मे आभा की ज्योत जगा दो।….4

रणजीत सिंह “रणदेव” चारण
मुण्डकोशियां
7300174927

Language: Hindi
600 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
سیکھ لو
سیکھ لو
Ahtesham Ahmad
एकांत
एकांत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
⭕ !! आस्था !!⭕
⭕ !! आस्था !!⭕
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
“पहाड़ी झरना”
“पहाड़ी झरना”
Awadhesh Kumar Singh
देह माटी की 'नीलम' श्वासें सभी उधार हैं।
देह माटी की 'नीलम' श्वासें सभी उधार हैं।
Neelam Sharma
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
*मनायेंगे स्वतंत्रता दिवस*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दो कदम का फासला ही सही
दो कदम का फासला ही सही
goutam shaw
Misconceptions are both negative and positive. It is just ne
Misconceptions are both negative and positive. It is just ne
सिद्धार्थ गोरखपुरी
-  मिलकर उससे
- मिलकर उससे
Seema gupta,Alwar
मेरी मुस्कान भी, अब नागवार है लगे उनको,
मेरी मुस्कान भी, अब नागवार है लगे उनको,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खामोश
खामोश
Kanchan Khanna
"जीत सको तो"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन
जीवन
sushil sarna
Gulab ke hasin khab bunne wali
Gulab ke hasin khab bunne wali
Sakshi Tripathi
मैं को तुम
मैं को तुम
Dr fauzia Naseem shad
// तुम सदा खुश रहो //
// तुम सदा खुश रहो //
Shivkumar barman
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
यारो ऐसी माॅं होती है, यारो वो ही माॅं होती है।
सत्य कुमार प्रेमी
" भूलने में उसे तो ज़माने लगे "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हर रात की
हर रात की "स्याही"  एक सराय है
Atul "Krishn"
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
Kshma Urmila
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
*लाल हैं कुछ हरी, सावनी चूड़ियॉं (हिंदी गजल)*
*लाल हैं कुछ हरी, सावनी चूड़ियॉं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
रचना प्रेमी, रचनाकार
रचना प्रेमी, रचनाकार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है
फिर वो मेरी शख़्सियत को तराशने लगे है
'अशांत' शेखर
होली
होली
नूरफातिमा खातून नूरी
2364.पूर्णिका
2364.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नरम दिली बनाम कठोरता
नरम दिली बनाम कठोरता
Karishma Shah
Loading...