Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Dec 2016 · 1 min read

जीवन-परिचय:राधेयश्याम बंगालिया

नाम :राधेयश्याम बंगालिया “प्रीतम”।
पिता का नाम:श्री रामकुमार बंगालिया
माता का नाम:श्री मती किताबो देवी
पत्नी:श्री मती उर्मिला
भाई-बहिन:अनुज राजेंद्र,सुनीता एवं नीलम
जन्म :सन१५जनवरी १९८०ई.
जन्म स्थान:जमालपुर, तहसील बवानी खेड़ा,ज़िला भिवानी, राज्य हरियाणा, पिन कोड-127035
शिक्षा :एम.ए.हिन्दी(कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र)बी.लिब.(इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली,NET(UGC)STET(Hariyana)।
राष्ट्यिता:भारतीय।
धर्म:मानवता।
आदत:कविता,कहानी लेखन एवं सामाजिक कार्यों में रुचि।
संपर्क:राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय किरावड़(भिवानी)एवं वी.पी.ओ.जमालपुर, तहसील बवानी खेड़ा, ज़िला भिवानी, राज्य हरियाणा, पिन कोड -127035
चलध्वनि यंत्र संख्या.09812818601,8294954775
ईमेल आई.डी.radheys581@gmail.com
व्यवसाय:प्रवक्ता हिन्दी(हरियाणा शिक्षा विभाग)
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय किरावड़(भिवानी)
रचनाएँ:काव्य-संग्रह-“आइना”,सांझा काव्य-संग्रह-काव्य-अमृत,भारत के श्रेष्ठ युवा कवि एवं कवयित्रियाँ।
प्राप्त पुरस्कार:काव्य-अमृत,काव्य श्री,श्रेष्ठ शब्द शिल्पी (जे.एम.डी.पब्लिकेशन),साहित्यपीडिया काव्य
रचनाएँ प्रकाशित:दैनिक जागरण,दैनिक भास्कर,
रामा टाइम्स,शिक्षा सारथी(पत्रिका हरियाणा सरकार),हिंदी सागर पत्रिका(जे.एम.डी.पब्लिकेशन)
भाषा शैली:सरल सहज प्रवाहमयी हिंदी।

Language: Hindi
298 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
सुन लो मंगल कामनायें
सुन लो मंगल कामनायें
Buddha Prakash
"मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चार
Seema Verma
नफरतों को भी
नफरतों को भी
Dr fauzia Naseem shad
लगाव का चिराग बुझता नहीं
लगाव का चिराग बुझता नहीं
Seema gupta,Alwar
"छलनी"
Dr. Kishan tandon kranti
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
क्या कहे हम तुमको
क्या कहे हम तुमको
gurudeenverma198
संकल्प
संकल्प
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" मिलकर एक बनें "
Pushpraj Anant
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
डॉक्टर रागिनी
23/107.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/107.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हँसने-हँसाने में नहीं कोई खामी है।
हँसने-हँसाने में नहीं कोई खामी है।
लक्ष्मी सिंह
■ कटाक्ष
■ कटाक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
When the destination,
When the destination,
Dhriti Mishra
💐प्रेम कौतुक-347💐
💐प्रेम कौतुक-347💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उपमान (दृृढ़पद ) छंद - 23 मात्रा , ( 13- 10) पदांत चौकल
उपमान (दृृढ़पद ) छंद - 23 मात्रा , ( 13- 10) पदांत चौकल
Subhash Singhai
रोशनी की भीख
रोशनी की भीख
Shekhar Chandra Mitra
फिसल गए खिलौने
फिसल गए खिलौने
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
हे प्रभू !
हे प्रभू !
Shivkumar Bilagrami
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"टी शर्ट"
Dr Meenu Poonia
*चले जब देश में अनगिन, लिए चरखा पहन खादी (मुक्तक)*
*चले जब देश में अनगिन, लिए चरखा पहन खादी (मुक्तक)*
Ravi Prakash
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
अपना समझकर ही गहरे ज़ख्म दिखाये थे
'अशांत' शेखर
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
कुछ तो नशा जरूर है उनकी आँखो में,
Vishal babu (vishu)
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
गांव और वसंत
गांव और वसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
Sukoon
Loading...