Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2017 · 1 min read

जीना सीखो

अमन -चैनमय वीणा सीखो|
नेह- शांतिरस पीना सीखो|
ज्ञान-भाव का अनुपम संगम,
पाकर,जीवन-जीना सीखो|

उज्जवलता जीवन-प्रकाश है|
फिर क्यों मनुआ अति उदास है|
कर्म करो, पग एक बढाओ,
बिना चाल नाहीं विकास है|
जीवन कुंठाओं के घर-सा,
नहीं बने,वह चीह्ना सीखो|

ज्ञान-भाव का अनुपम संगम|
पाकर, जीवन-जीना सीखो|

जग-झंझावातों की काली,
निशा आ रही है मतवाली|
मत घबड़ाना सुहृद, समय की,
चाल बड़ी बेढंग -निराली|
इस युग की करतूतें जानो|
कुछ तो झीना- झीना सीखो|

ज्ञान -भाव का अनुपम संगम|
पाकर, जीवन-जीना सीखो|

सुजन, जागकर कदम बढ़ाओ|
आँगन में उल्लास सजाओ|
जीवन के तुम भाग्यविधाता,
जागो! उठो, न अब शरमाओ|
आगे बढ़ो, हौसला रखकर ,
समय- सूर्य को छीना सीखो|

ज्ञान-भाव का अनुपम संगम|
पाकर, जीवन-जीना सीखो|

अमन-चैनमय वीणा सीखो|
नेह-शांतिरस पीना सीखो|
ज्ञान-भाव का अनुपम संगम|
पाकर,जीवन जीना सीखो|

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 686 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
बाग़ी
बाग़ी
Shekhar Chandra Mitra
*भीड़ में चलते रहे हम, भीड़ की रफ्तार से (हिंदी गजल)*
*भीड़ में चलते रहे हम, भीड़ की रफ्तार से (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
अंसार एटवी
बार बार बोला गया झूठ भी बाद में सच का परिधान पहन कर सच नजर आ
बार बार बोला गया झूठ भी बाद में सच का परिधान पहन कर सच नजर आ
Babli Jha
World stroke day
World stroke day
Tushar Jagawat
सुख दुःख
सुख दुःख
विजय कुमार अग्रवाल
फटा जूता
फटा जूता
Akib Javed
कालजयी जयदेव
कालजयी जयदेव
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नव संवत्सर
नव संवत्सर
Manu Vashistha
दिल का रोग
दिल का रोग
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
इम्तहान ना ले मेरी मोहब्बत का,
इम्तहान ना ले मेरी मोहब्बत का,
Radha jha
विश्वेश्वर महादेव
विश्वेश्वर महादेव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Khuch rishte kbhi bhulaya nhi karte ,
Khuch rishte kbhi bhulaya nhi karte ,
Sakshi Tripathi
सेवा या भ्रष्टाचार
सेवा या भ्रष्टाचार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
होली गीत
होली गीत
umesh mehra
*मां चंद्रघंटा*
*मां चंद्रघंटा*
Shashi kala vyas
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
पूर्वार्थ
⚘️🌾गीता के प्रति मेरी समझ🌱🌷
⚘️🌾गीता के प्रति मेरी समझ🌱🌷
Ms.Ankit Halke jha
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
Taj Mohammad
सोच का आईना
सोच का आईना
Dr fauzia Naseem shad
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
आर.एस. 'प्रीतम'
मोबाइल
मोबाइल
लक्ष्मी सिंह
2686.*पूर्णिका*
2686.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कितना भी दे  ज़िन्दगी, मन से रहें फ़कीर
कितना भी दे ज़िन्दगी, मन से रहें फ़कीर
Dr Archana Gupta
SUCCESS : MYTH & TRUTH
SUCCESS : MYTH & TRUTH
Aditya Prakash
चिड़िया
चिड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक समय बेकार पड़ा था
एक समय बेकार पड़ा था
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शहीदों के लिए (कविता)
शहीदों के लिए (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
गुलाम
गुलाम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...