Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2016 · 1 min read

जिस आँगन नहीं होती बेटी

जिस आँगन नहीं होती बेटी
वहाँ कितना सूना होता है !
कोई पर्व सुहाना नहीं होता है
न उत्सव मस्ताना होता है ।।

दीवाली पर बिटिया ही
दीप सजाया करती है ,
होली पर भी बिटिया ही
घर में रंग भरती है ।।

चैत्र और शरद दोनों में
बेटी से उत्सव होता है ,
सावन और कार्तिक में उससे
भैया का मस्तक सजता है ।।

बेटी घर को घर बनाती
दीवारों को भी जीवन देती है,
दुआओं से भरती घर भैया का
बदले में कभी कुछ न लेती है ।।

जिस घर में बेटी नहीं होती
वहाँ दुआएँ कौन करता होगा ?
निःस्वार्थ भाव से मात पिता को
कौन भला चाहता होगा ?

भाई के लिए तो बहना ही
दुआओं का खजाना होती है ,
उसके बिना तो दुआओं की
तिजोरी खाली होती है ।।

डॉ रीता
आया नगर,नई दिल्ली- 47

Language: Hindi
321 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rita Singh
View all
You may also like:
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
Keshav kishor Kumar
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
umesh mehra
आब-ओ-हवा
आब-ओ-हवा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
इश्क की वो  इक निशानी दे गया
इश्क की वो इक निशानी दे गया
Dr Archana Gupta
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
बंशी बजाये मोहना
बंशी बजाये मोहना
लक्ष्मी सिंह
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
रोबोटिक्स -एक समीक्षा
Shyam Sundar Subramanian
23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गीत
गीत
Shiva Awasthi
खुदा कि दोस्ती
खुदा कि दोस्ती
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फ़ासला दरमियान
फ़ासला दरमियान
Dr fauzia Naseem shad
*गृहस्थी का मजा तब है, कि जब तकरार हो थोड़ी【मुक्तक 】*
*गृहस्थी का मजा तब है, कि जब तकरार हो थोड़ी【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
' जो मिलना है वह मिलना है '
' जो मिलना है वह मिलना है '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
दशावतार
दशावतार
Shashi kala vyas
जज़्बा है, रौशनी है
जज़्बा है, रौशनी है
Dhriti Mishra
अहोभाग्य
अहोभाग्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
Aman Kumar Holy
अपनी गजब कहानी....
अपनी गजब कहानी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
सूरज की किरणों
सूरज की किरणों
Sidhartha Mishra
👉आज की बात :--
👉आज की बात :--
*Author प्रणय प्रभात*
प्रेम में कृष्ण का और कृष्ण से प्रेम का अपना अलग ही आनन्द है
प्रेम में कृष्ण का और कृष्ण से प्रेम का अपना अलग ही आनन्द है
Anand Kumar
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
रिश्ते
रिश्ते
Harish Chandra Pande
जय माता दी ।
जय माता दी ।
Anil Mishra Prahari
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
शहीदों लाल सलाम
शहीदों लाल सलाम
नेताम आर सी
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का।
Taj Mohammad
सत्कर्म करें
सत्कर्म करें
Sanjay ' शून्य'
Loading...