Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2016 · 1 min read

जारी है

अस्मत इनकी तार -तार करना जारी है
रूह इक पर अनगिनत जिस्म पुजारी है
आत्म नर पिशाचों का गंदगी में खो गया
खेल जो परदें के पीछें नारी यहीं हारी है

Language: Hindi
69 Likes · 340 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Pratibha Pandey
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
*जनहित में विद्यालय जिनकी, रचना उन्हें प्रणाम है (गीत)*
*जनहित में विद्यालय जिनकी, रचना उन्हें प्रणाम है (गीत)*
Ravi Prakash
बेवजह यूं ही
बेवजह यूं ही
Surinder blackpen
वास्ते हक के लिए था फैसला शब्बीर का(सलाम इमाम हुसैन (A.S.)की शान में)
वास्ते हक के लिए था फैसला शब्बीर का(सलाम इमाम हुसैन (A.S.)की शान में)
shabina. Naaz
मुस्कुराकर देखिए /
मुस्कुराकर देखिए /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"ख्वाब"
Dr. Kishan tandon kranti
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
हमने बस यही अनुभव से सीखा है
कवि दीपक बवेजा
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
माँ काली साक्षात
माँ काली साक्षात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बाखुदा ये जो अदाकारी है
बाखुदा ये जो अदाकारी है
Shweta Soni
💐प्रेम कौतुक-232💐
💐प्रेम कौतुक-232💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चन्द्रयान उड़ा गगन में,
चन्द्रयान उड़ा गगन में,
Satish Srijan
■ आज का विचार
■ आज का विचार
*Author प्रणय प्रभात*
छल
छल
गौरव बाबा
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
मैने नहीं बुलाए
मैने नहीं बुलाए
Dr. Meenakshi Sharma
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चंद्रयान 3
चंद्रयान 3
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
रक्षाबंधन (कुंडलिया)
रक्षाबंधन (कुंडलिया)
दुष्यन्त 'बाबा'
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
Chunnu Lal Gupta
"एक नज़्म लिख रहा हूँ"
Lohit Tamta
विजेता
विजेता
Sanjay ' शून्य'
अनेक मौसम
अनेक मौसम
Seema gupta,Alwar
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
Desert fellow Rakesh
अपनी ही हथेलियों से रोकी हैं चीख़ें मैंने
अपनी ही हथेलियों से रोकी हैं चीख़ें मैंने
पूर्वार्थ
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
* शक्ति आराधना *
* शक्ति आराधना *
surenderpal vaidya
Loading...