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7 Oct 2016 · 1 min read

जवाँ हो जाये

तन ये मेरा जवान हो जाये
याद में ये मकान हो जाये

प्यार तेरा मिला नहीं मुझको
दिल जले तो मसान हो जाये

प्यार में चोट मिली दिल को
आज फिर बागबान हो जाये

बन पंक्षी छू जरा गगन को तू
चाह में आसमान हो जाये

रूप हमको मिले सदा ऐसा
देखने की दुकान हो जाये

है तमन्ना मिलूँ तुझे मै अब
स्वर मिले आज तान हो जाये

देवता ही समझ पूजा उसको
वो पूजा के समान हो जाये

बाबली हो गयी विरह में मैं
नाथ आये तो जान हो जाये

मौत के बाद तू चला जाये
इसलिए अंगदान हो जाये

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