Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2016 · 1 min read

जय हिन्द

14-08-2016

ये’तन मन वतन पे लुटाते रहेंगे
सदा दुश्मनों से बचाते रहेंगे
हुआ देश आजाद था आज के दिन
खुशी से इसे हम मनाते रहेंगे

तिरंगा कभी अपना झुकने न देंगे
इसी के लिए हम जियेंगे मरेंगे
अगर सर उठाएगा दुश्मन कभी तो
कुचल देंगे उसको नहीं हम डरेंगे

डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
644 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
इज़हार ए मोहब्बत
इज़हार ए मोहब्बत
Surinder blackpen
"When the storms of life come crashing down, we cannot contr
Manisha Manjari
मित्रता का मोल
मित्रता का मोल
DrLakshman Jha Parimal
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
देकर घाव मरहम लगाना जरूरी है क्या
Gouri tiwari
हाइकु (#हिन्दी)
हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"नए सवेरे की खुशी" (The Joy of a New Morning)
Sidhartha Mishra
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
2670.*पूर्णिका*
2670.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्
जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्
Sanjay ' शून्य'
नसीब में था अकेलापन,
नसीब में था अकेलापन,
Umender kumar
*फेसबुक पर स्वर्गीय श्री शिव अवतार रस्तोगी सरस जी से संपर्क*
*फेसबुक पर स्वर्गीय श्री शिव अवतार रस्तोगी सरस जी से संपर्क*
Ravi Prakash
देशभक्त मातृभक्त पितृभक्त गुरुभक्त चरित्रवान विद्वान बुद्धिम
देशभक्त मातृभक्त पितृभक्त गुरुभक्त चरित्रवान विद्वान बुद्धिम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
तौबा ! कैसा यह रिवाज
तौबा ! कैसा यह रिवाज
ओनिका सेतिया 'अनु '
कपूत।
कपूत।
Acharya Rama Nand Mandal
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
छपास रोग की खुजलम खुजलई
छपास रोग की खुजलम खुजलई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जीवन के अंतिम दिनों में गौतम बुद्ध
जीवन के अंतिम दिनों में गौतम बुद्ध
कवि रमेशराज
अशोक महान
अशोक महान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मौहब्बत की नदियां बहा कर रहेंगे ।
मौहब्बत की नदियां बहा कर रहेंगे ।
Phool gufran
सजल नयन
सजल नयन
Dr. Meenakshi Sharma
कांटा
कांटा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
🙅 अक़्ल के मारे🙅
🙅 अक़्ल के मारे🙅
*Author प्रणय प्रभात*
तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं
तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं
Ram Krishan Rastogi
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
THE MUDGILS.
THE MUDGILS.
Dhriti Mishra
"पशु-पक्षियों की बोली"
Dr. Kishan tandon kranti
हे राम !
हे राम !
Ghanshyam Poddar
*अपना भारत*
*अपना भारत*
मनोज कर्ण
बहाना मिल जाए
बहाना मिल जाए
Srishty Bansal
Loading...