Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2017 · 1 min read

जब हम छोटे-छोटे बच्चे थे।

सभी दोस्तों को बाल दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ
????
चलो फिर से,
उन लम्हों को चुनते हैं।
जब हम छोटे-छोटे बच्चे थे।
हम साथ साथ में लड़ते झगड़ते थे।
हम साथ में हँसते खेलते थे।।
इन छोटे-छोटे आँखों में,
मासुम से सपने पलते थे।
चलो……………..।
मम्मी की प्यार,
पापा का डाँट,
हम साथ-साथ में पाते थें।
जब एक दूजे की गलती को,
चुपचाप छुपाया करते थे।
चलो…………….।
कभी नराजगी तो,
कभी एक दूजे पर
प्यार लुटाया करते थें।
जब एक ही थाली में,
मिलजुलकर खाया करते थें।
चलो…………..।
हम बड़े हो गये,
क्यों एक दूजे से जुदा हो गये।
जिन्दगी की परेशानियों में,
बचपन ना जाने कहाँ खो गये।
बचपन की सारी बातें,
बस यादों में ही पलते हैं।
चलो फिर से,
उन लम्हों को चुनते हैं।
जब हम छोटे-छोटे बच्चे थे।
????—लक्ष्मी सिंह

487 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
Anil chobisa
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
Rj Anand Prajapati
है कौन वहां शिखर पर
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अजान
अजान
Satish Srijan
स्वयं में ईश्वर को देखना ध्यान है,
स्वयं में ईश्वर को देखना ध्यान है,
Suneel Pushkarna
घनाक्षरी छंद
घनाक्षरी छंद
Rajesh vyas
कागज के फूल
कागज के फूल
डा गजैसिह कर्दम
अगर कभी अपनी गरीबी का एहसास हो,अपनी डिग्रियाँ देख लेना।
अगर कभी अपनी गरीबी का एहसास हो,अपनी डिग्रियाँ देख लेना।
Shweta Soni
चुनावी वादा
चुनावी वादा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
नादान था मेरा बचपना
नादान था मेरा बचपना
राहुल रायकवार जज़्बाती
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
शैक्षिक विकास
शैक्षिक विकास
Dr. Pradeep Kumar Sharma
संघर्ष........एक जूनून
संघर्ष........एक जूनून
Neeraj Agarwal
*सुनिए बारिश का मधुर, बिखर रहा संगीत (कुंडलिया)*
*सुनिए बारिश का मधुर, बिखर रहा संगीत (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🌺प्रेम कौतुक-206🌺
🌺प्रेम कौतुक-206🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कभी कभी खुद को खो देते हैं,
कभी कभी खुद को खो देते हैं,
Ashwini sharma
ख़बर ही नहीं
ख़बर ही नहीं
Dr fauzia Naseem shad
আগামীকালের স্ত্রী
আগামীকালের স্ত্রী
Otteri Selvakumar
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
3250.*पूर्णिका*
3250.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
कवि दीपक बवेजा
अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो
अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो
पूर्वार्थ
इशारों इशारों में ही, मेरा दिल चुरा लेते हो
इशारों इशारों में ही, मेरा दिल चुरा लेते हो
Ram Krishan Rastogi
बचपन के पल
बचपन के पल
Soni Gupta
वर्तमान
वर्तमान
Shyam Sundar Subramanian
पत्नी
पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
साल को बीतता देखना।
साल को बीतता देखना।
Brijpal Singh
शिर ऊँचा कर
शिर ऊँचा कर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
प्रेमदास वसु सुरेखा
5 हिन्दी दोहा बिषय- विकार
5 हिन्दी दोहा बिषय- विकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...