Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Apr 2017 · 1 min read

जन्मोत्सव

अभिनंदन यह जग करे , निर्मल बनो सुजान|
जन्मोत्सव पर मिले नव, दिव्य-पृथक् पहचान||
दिव्य-पृथक् पहचान, शिखर-मग छुए ज्ञान -डग|
चित् पाए अनुराग, मिले पोषक उड़ान जग||
कह “नायक” कविराय व्योम को छुए प्रबंधन|
बनो आप गुणवान, दिव्यतामय अभिनंदन ||

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सु ऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता
11-04-2017

1 Like · 466 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
अबोध अंतस....
अबोध अंतस....
Santosh Soni
"इन्तेहा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
2944.*पूर्णिका*
2944.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#आंखें_खोलो_अभियान
#आंखें_खोलो_अभियान
*Author प्रणय प्रभात*
हर सुबह जन्म लेकर,रात को खत्म हो जाती हूं
हर सुबह जन्म लेकर,रात को खत्म हो जाती हूं
Pramila sultan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
Ram Krishan Rastogi
थोड़ा नमक छिड़का
थोड़ा नमक छिड़का
Surinder blackpen
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
कवि दीपक बवेजा
मिथकीय/काल्पनिक/गप कथाओं में अक्सर तर्क की रक्षा नहीं हो पात
मिथकीय/काल्पनिक/गप कथाओं में अक्सर तर्क की रक्षा नहीं हो पात
Dr MusafiR BaithA
!! प्रेम बारिश !!
!! प्रेम बारिश !!
The_dk_poetry
*जहाँ बस भाईचारा हो 【मुक्तक 】*
*जहाँ बस भाईचारा हो 【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
चाँद से बातचीत
चाँद से बातचीत
मनोज कर्ण
*गीत*
*गीत*
Poonam gupta
चन्द्रयान 3
चन्द्रयान 3
Jatashankar Prajapati
दुनिया भी तो पुल-e सरात है
दुनिया भी तो पुल-e सरात है
shabina. Naaz
यादगार
यादगार
Bodhisatva kastooriya
चुलियाला छंद ( चूड़मणि छंद ) और विधाएँ
चुलियाला छंद ( चूड़मणि छंद ) और विधाएँ
Subhash Singhai
तेरी ख़ुशबू
तेरी ख़ुशबू
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मित्रता क्या है?
मित्रता क्या है?
Vandna Thakur
मच्छर
मच्छर
लक्ष्मी सिंह
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
प्रेम दिवानों  ❤️
प्रेम दिवानों ❤️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*चुप रहने की आदत है*
*चुप रहने की आदत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिस समाज में आप पैदा हुए उस समाज ने आपको कितनी स्वंत्रता दी
जिस समाज में आप पैदा हुए उस समाज ने आपको कितनी स्वंत्रता दी
Utkarsh Dubey “Kokil”
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
अजीब है भारत के लोग,
अजीब है भारत के लोग,
जय लगन कुमार हैप्पी
दुःख,दिक्कतें औ दर्द  है अपनी कहानी में,
दुःख,दिक्कतें औ दर्द है अपनी कहानी में,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"शून्य-दशमलव"
Dr. Kishan tandon kranti
मोहब्बत
मोहब्बत
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...