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14 Aug 2017 · 1 min read

जन्माष्टमी

कृष्ण जन्म
दुःशासन घर – घर जन्मे हैं ..
कंस ने लिय हर घर अवतार
शकुनि भाईयों में पनपे हैं ..
कौन करे अब बेड़ा पार ?

हर खेल में होता है रमल,
हर जगह होता द्रौपदी चीर हरण
सद् कर्मों पर ना कोई है अमल ।
कृष्ण तुम्हें आना होगा ।
माणिक्य

Language: Hindi
224 Views
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