Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2016 · 1 min read

चाँद का अब हो गया दीदार है /ईद

चाँद का अब हो गया दीदार है
ईद की खुशियों से दिल गुलज़ार है

दे रहें देखो मुबारकबाद सब
ईद का भी सज रहा बाज़ार है

माह पूरा हो गया रमजान का
डूब खुशियों में रहा संसार है

बन रहे पकवान घर घर में नए
सेवईं से हो रहा सत्कार है

भूल कर सब भेद मिलते हैं गले
ईद का मतलब मुहब्बत प्यार है

बच्चों की भी मुस्कुराहट देखिये
‘अर्चना’ ईदी मिली उपहार है

डॉ अर्चना गुप्ता

2 Likes · 4 Comments · 330 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
कौन सोचता....
कौन सोचता....
डॉ.सीमा अग्रवाल
"तरीका"
Dr. Kishan tandon kranti
पास बुलाता सन्नाटा
पास बुलाता सन्नाटा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
अर्ज किया है जनाब
अर्ज किया है जनाब
शेखर सिंह
हम हैं कक्षा साथी
हम हैं कक्षा साथी
Dr MusafiR BaithA
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
Anis Shah
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
यहाँ पर सब की
यहाँ पर सब की
Dr fauzia Naseem shad
*इस धरा पर सृष्टि का, कण-कण तुम्हें आभार है (गीत)*
*इस धरा पर सृष्टि का, कण-कण तुम्हें आभार है (गीत)*
Ravi Prakash
आसमान
आसमान
Dhirendra Singh
मैं भी चापलूस बन गया (हास्य कविता)
मैं भी चापलूस बन गया (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
बे-असर
बे-असर
Sameer Kaul Sagar
2868.*पूर्णिका*
2868.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम कितने आँसू पीते हैं।
हम कितने आँसू पीते हैं।
Anil Mishra Prahari
💐प्रेम कौतुक-307💐
💐प्रेम कौतुक-307💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कैसे भुला दूँ उस भूलने वाले को मैं,
कैसे भुला दूँ उस भूलने वाले को मैं,
Vishal babu (vishu)
हमनवा
हमनवा
Bodhisatva kastooriya
मैं चाहती हूँ
मैं चाहती हूँ
ruby kumari
किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होत
किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होत
विमला महरिया मौज
लक्ष्मी अग्रिम भाग में,
लक्ष्मी अग्रिम भाग में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*** चोर ***
*** चोर ***
Chunnu Lal Gupta
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
रमेशराज की कहमुकरियां
रमेशराज की कहमुकरियां
कवि रमेशराज
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हे मां शारदे ज्ञान दे
हे मां शारदे ज्ञान दे
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
Loading...