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28 Jul 2017 · 1 min read

चल-चले मिले कहीं

चल-चले मिले कहीं
न तेरा आश्रय न मेरा,
प्रीति-गीत गाए कहीं
चल-चले मिले कहीं।

सच-झूठ की फिकर नही
जिस राहा पर मिला,
मैं अजनबी नही,
चल-चले मिले कहीं।।

तेरे सपने मेरे अपने
यादों के संग चले,
आ फ़िर मिले कहीं,
चल-चले मिले कहीं।।।
ऋषि के.सी.?????

Language: Hindi
1 Like · 783 Views
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