Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2017 · 1 min read

घर से दुर

से़ाचा कुछ दिन गांव चलु.
घर से दुर आराम करु.
खेतों की पगडंडी पर.
बाबा की उस मिट्टी पर.
सपनों का दिदार करु.

सोचा कुछ दिन गाँव चलु.
यह शहर की आबोहवा.
बेचैन यू ही कर देती हैं.
किताना चाहुं घर की डोयङी.
सपनो का दिदार करु.

सोचा कुछ दिन गाँव चलु.
सपनों में खो दिया खुद को.
गाँव की यादों से व्यपार करु.
बिसर ना पाई शहरी माया.
सपनो का दिदार करु.

अवधेश कुमार राय

Language: Hindi
293 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Dr. Mulla Adam Ali
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम्
ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चाहत के ज़ख्म
चाहत के ज़ख्म
Surinder blackpen
“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,
“गुप्त रत्न”नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है,
गुप्तरत्न
लहज़ा गुलाब सा है, बातें क़माल हैं
लहज़ा गुलाब सा है, बातें क़माल हैं
Dr. Rashmi Jha
💐Prodigy Love-36💐
💐Prodigy Love-36💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रात हुई गहरी
रात हुई गहरी
Kavita Chouhan
लालच
लालच
Dr. Kishan tandon kranti
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
शिव प्रताप लोधी
हे राम हृदय में आ जाओ
हे राम हृदय में आ जाओ
Saraswati Bajpai
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2495.पूर्णिका
2495.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नमस्कार मित्रो !
नमस्कार मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
क्रिसमस से नये साल तक धूम
क्रिसमस से नये साल तक धूम
Neeraj Agarwal
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
कवि दीपक बवेजा
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
पूर्वार्थ
ज़िद
ज़िद
Dr. Seema Varma
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
Satyaveer vaishnav
जिंदगी एक सफ़र अपनी
जिंदगी एक सफ़र अपनी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हृदय कुंज  में अवतरित, हुई पिया की याद।
हृदय कुंज में अवतरित, हुई पिया की याद।
sushil sarna
जागी जवानी
जागी जवानी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कोई ना होता है अपना माँ के सिवा
कोई ना होता है अपना माँ के सिवा
Basant Bhagawan Roy
मैं और मेरी फितरत
मैं और मेरी फितरत
लक्ष्मी सिंह
प्रबुद्ध लोग -
प्रबुद्ध लोग -
Raju Gajbhiye
सच में शक्ति अकूत
सच में शक्ति अकूत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
देखकर प्यारा सवेरा
देखकर प्यारा सवेरा
surenderpal vaidya
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
लालच
लालच
Vandna thakur
#साहित्यपीडिया
#साहित्यपीडिया
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...