Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2017 · 1 min read

गुरुवर का सम्मान

गुरु दिखलाये राह जब ,मिले नसीहत ज्ञान !
खिले उन्ही की सीख से, जीवन का उद्यान !!

दिया गुरूजी ने हमे, सदा यही पैगाम!
चलकर सच्ची राह पर,खूब कमाओ नाम! !

खडे हुए हैं साथ मे, चाहे व्यक्ति महान!
लेकिन पहले कीजिए,गुरुवर का सम्मान! !

बढें ज्ञान की राह पर ,रहें पाप से दूर!
गुरुवर का संदेश यह,रखिए याद जरूर! !

मिला गुरूजी से हमे, यही सदा उपदेश!
रहे केंद्रित लक्ष्य पर,अपना ध्यान रमेश! !
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 480 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मन में नमन करूं..
मन में नमन करूं..
Harminder Kaur
जब स्वयं के तन पर घाव ना हो, दर्द समझ नहीं आएगा।
जब स्वयं के तन पर घाव ना हो, दर्द समझ नहीं आएगा।
Manisha Manjari
फितरत
फितरत
Dr. Seema Varma
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न
स्त्रियों में ईश्वर, स्त्रियों का ताड़न
Dr MusafiR BaithA
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"ऐ मितवा"
Dr. Kishan tandon kranti
बड़े लोग क्रेडिट देते है
बड़े लोग क्रेडिट देते है
Amit Pandey
*आ गई है  खबर  बिछड़े यार की*
*आ गई है खबर बिछड़े यार की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माँ की करते हम भक्ति,  माँ कि शक्ति अपार
माँ की करते हम भक्ति, माँ कि शक्ति अपार
Anil chobisa
कविता
कविता
Rambali Mishra
धरा और इसमें हरियाली
धरा और इसमें हरियाली
Buddha Prakash
भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह ।
भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह ।
Arvind trivedi
स्वयं से करे प्यार
स्वयं से करे प्यार
Dr fauzia Naseem shad
कलेक्टर से भेंट
कलेक्टर से भेंट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
Anil Mishra Prahari
#अग्रिम_शुभकामनाएँ
#अग्रिम_शुभकामनाएँ
*Author प्रणय प्रभात*
Life is a rain
Life is a rain
Ankita Patel
"ओस की बूंद"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
काम क्रोध मद लोभ के,
काम क्रोध मद लोभ के,
sushil sarna
माफ कर देना मुझको
माफ कर देना मुझको
gurudeenverma198
" ज़ेल नईखे सरल "
Chunnu Lal Gupta
चाय के दो प्याले ,
चाय के दो प्याले ,
Shweta Soni
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
बुद्ध या विनाश
बुद्ध या विनाश
Shekhar Chandra Mitra
*शिवाजी का आह्वान*
*शिवाजी का आह्वान*
कवि अनिल कुमार पँचोली
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
प्रकृति से हम क्या सीखें?
प्रकृति से हम क्या सीखें?
डॉ० रोहित कौशिक
2911.*पूर्णिका*
2911.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हां राम, समर शेष है
हां राम, समर शेष है
Suryakant Dwivedi
Loading...