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6 May 2017 · 1 min read

#तुमसे मिलके

तुमसे मिलके मन मधुबन बहार आयी
प्यासे जीवन में रिमझिम फुहार आयी

कलियाँ महकी दिल-गुलशन में गुल बनके
रुत आयी ज्यों चाहत का हर पल बनके
पवनें झूमी खुशियाँ घर अपार लायी
सावन झड़ी..

रौनक है अब दिलजीत आशियाने में
अरमां खिलते दिल के हर अफ़साने में
आशाएँ भी अब दिल को निखार लायी
सावन झड़ी..

निशिदिन पलपल मोहब्बत बढ़ती जाए
तू ही जानां ख़ुद से ज़्यादा अब भाए
मौन हसरतें उल्फ़त को सँवार लायी
सावन झड़ी..

दीद ख़ुदा सा लगे यार का हरपल में
मीन रहूँ बन मैं तो यार बने जल में
कहूँ ज़िन्दगी तू क़िस्मत सुधार लायी
सावन झड़ी..

#आर.एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 2 Comments · 300 Views
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