Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2016 · 1 min read

गीत- पढ़ लो पढ़ लो

पढ़ लो पढ़ लो भाई-बहना
÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷

इस दुनिया में अनपढ़ रहना अपना ही अपमान है
पढ़ लो पढ़ लो भाई-बहना पढ़ना काज महान है

तुम जो पीछे रह जाओगे अंधेरो में खो जाओगे
खिल जाओगे पढ़़ कर देखो क्या से क्या तुम हो जाओगे
शिक्षित हैं बस यारों मेरे उनका ही सम्मान है
पढ़ लो पढ़ लो भाई-बहना पढ़ना काज महान है

अब ध्यान रहे यह वक्त नहीं फिर लौट दुबारा आयेगा
यह पल यूँ ही जो बीत गया तो पल पल तू पछतायेगा
शिक्षा का है दौर नया पर तेरा किस पर ध्यान है
पढ़ पढ़ लो भाई-बहना पढ़ना काज महान है

दुख लगता है पन्ने पर जो कोई अंगूठा छाप लगे
सच कहता हूँ भाई मेरे ये जीवन का अभिशाप लगे
जान इसे पहचान कि जल्दी क्यों अबतक अनजान है-
पढ़ लो पढ़ लो भाई-बहना पढ़ना काज महान है

– आकाश महेशपुरी

Language: Hindi
Tag: गीत
1064 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
और तुम कहते हो मुझसे
और तुम कहते हो मुझसे
gurudeenverma198
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
23/51.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/51.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
होली गीत
होली गीत
Kanchan Khanna
" वट वृक्ष सा स्पैक्ट्रम "
Dr Meenu Poonia
"शब्द"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"रोटी"*
Shashi kala vyas
फिर से जीने की एक उम्मीद जगी है
फिर से जीने की एक उम्मीद जगी है "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
84कोसीय नैमिष परिक्रमा
84कोसीय नैमिष परिक्रमा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
आर.एस. 'प्रीतम'
माँ का निश्छल प्यार
माँ का निश्छल प्यार
Soni Gupta
Dating Affirmations:
Dating Affirmations:
पूर्वार्थ
नफ़रत का ज़हर
नफ़रत का ज़हर
Shekhar Chandra Mitra
You have climbed too hard to go back to the heights. Never g
You have climbed too hard to go back to the heights. Never g
Manisha Manjari
#प्रथम_स्मृति_दिवस
#प्रथम_स्मृति_दिवस
*Author प्रणय प्रभात*
परिस्थितीजन्य विचार
परिस्थितीजन्य विचार
Shyam Sundar Subramanian
रिश्ते का अहसास
रिश्ते का अहसास
Paras Nath Jha
बरसात
बरसात
surenderpal vaidya
दर्द  जख्म कराह सब कुछ तो हैं मुझ में
दर्द जख्म कराह सब कुछ तो हैं मुझ में
Ashwini sharma
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
Sahil Ahmad
आसमान पर बादल छाए हैं
आसमान पर बादल छाए हैं
Neeraj Agarwal
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
कवि रमेशराज
💐प्रेम कौतुक-241💐
💐प्रेम कौतुक-241💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चंद ख्वाब मेरी आँखों के, चंद तसव्वुर तेरे हों।
चंद ख्वाब मेरी आँखों के, चंद तसव्वुर तेरे हों।
Shiva Awasthi
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
VEDANTA PATEL
रखा जाता तो खुद ही रख लेते...
रखा जाता तो खुद ही रख लेते...
कवि दीपक बवेजा
*समझौता*
*समझौता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तन्हा
तन्हा
अमित मिश्र
Loading...