Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2016 · 1 min read

गीत- करें हम भला क्यों किसी का भरोसा

गीत- करें हम भला क्यों किसी का भरोसा
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
करें हम भला क्यों किसी का भरोसा
नहीं जब इसी जिंदगी का भरोसा
~~~
मिली है हँसी पर मिली ही कहाँ है
कि साये में गम के खिली ही कहाँ है
न करना ऐ’ दिल तुम खुशी का भरोसा
नहीं जब इसी जिंदगी का भरोसा
~~~
था’ विश्वास जिसपर हमें खुद से’ ज्यादा
उसी ने ही’ तोड़ा ये’ दिल और वादा
करें आज कैसे उसी का भरोसा
नहीं जब इसी जिंदगी का भरोसा
~~~
वो’ क्या है यहाँ जो कि मिटता नहीं है
है’ जो भी धरा पे वो’ टिकता नहीं है
क्यों’ हमने किया है सभी का भरोसा
नहीं जब इसी जिंदगी का भरोसा

– आकाश महेशपुरी
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
नोट- मात्रा पतन के लिए चिह्न (‘) का प्रयोग।

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 578 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
Kailash singh
बेहिसाब सवालों के तूफान।
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
सत्ता में वापसी के बाद
सत्ता में वापसी के बाद
*Author प्रणय प्रभात*
वो खुशनसीब थे
वो खुशनसीब थे
Dheerja Sharma
प्यार
प्यार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
आज़ाद भारत एक ऐसा जुमला है
SURYA PRAKASH SHARMA
आजमाइश
आजमाइश
AJAY AMITABH SUMAN
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
नहीं जाती तेरी याद
नहीं जाती तेरी याद
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
उल्फ़त का  आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
sushil sarna
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
Ms.Ankit Halke jha
आज कोई नही अनजान,
आज कोई नही अनजान,
pravin sharma
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
कवि दीपक बवेजा
स्तुति - दीपक नीलपदम्
स्तुति - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
20, 🌻बसन्त पंचमी🌻
20, 🌻बसन्त पंचमी🌻
Dr Shweta sood
23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इश्क़ का असर
इश्क़ का असर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
कृष्णकांत गुर्जर
उठो, जागो, बढ़े चलो बंधु...( स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके दिए गए उत्प्रेरक मंत्र से प्रेरित होकर लिखा गया मेरा स्वरचित गीत)
उठो, जागो, बढ़े चलो बंधु...( स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनके दिए गए उत्प्रेरक मंत्र से प्रेरित होकर लिखा गया मेरा स्वरचित गीत)
डॉ.सीमा अग्रवाल
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
किया विषपान फिर भी दिल, निरंतर श्याम कहता है (मुक्तक)
Ravi Prakash
सत्य और अमृत
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कुछ यूं मेरा इस दुनिया में,
कुछ यूं मेरा इस दुनिया में,
Lokesh Singh
हार कभी मिल जाए तो,
हार कभी मिल जाए तो,
Rashmi Sanjay
सत्य शुरू से अंत तक
सत्य शुरू से अंत तक
विजय कुमार अग्रवाल
है कौन वो
है कौन वो
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
"चाह"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...