Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jul 2016 · 1 min read

गीतिका

मुश्किल से ना घवराना तू,
हिम्मत से बढ़ते जाना तू,

औ,कोई लाख अडाये रोड़े,
सबसे ही, अड़ते जाना तू,

साम,दाम या दण्ड,भेद हो,
पग-पग ही बढ़ते जाना तू,

आज नहीं,कल हो जायेगा,
रोज, नया गढ़ते जाना तू,

वो विकास की सीढ़ी,पगले,
तेरी है, चढ़ते जाना तू,

मंजिल मिल जायेगी तुझको,
हिम्मत से बढ़ते जाना तू,

सदा बुजुर्गों के अनुभव को,
शीश झुका,पढ़ते जाना तू,

अगर बुराई, हो हावी तो,
ताकत से लड़ते जाना तू,

रमेश शर्मा”राज”
बुदनी

1 Like · 450 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
Rj Anand Prajapati
राम लला की हो गई,
राम लला की हो गई,
sushil sarna
प्रकृति
प्रकृति
Monika Verma
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ भय का कारोबार...
■ भय का कारोबार...
*Author प्रणय प्रभात*
समय के खेल में
समय के खेल में
Dr. Mulla Adam Ali
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Sakshi Tripathi
SADGURU IS TRUE GUIDE…
SADGURU IS TRUE GUIDE…
Awadhesh Kumar Singh
तलाकशुदा
तलाकशुदा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
आपको याद भी
आपको याद भी
Dr fauzia Naseem shad
नए दौर का भारत
नए दौर का भारत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कलाकार
कलाकार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
-- ग़दर 2 --
-- ग़दर 2 --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दोहा
दोहा
Ravi Prakash
तेरे बिना
तेरे बिना
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
कृष्णकांत गुर्जर
जाति-धर्म
जाति-धर्म
लक्ष्मी सिंह
*भगत सिंह हूँ फैन  सदा तेरी शराफत का*
*भगत सिंह हूँ फैन सदा तेरी शराफत का*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
!! रे, मन !!
!! रे, मन !!
Chunnu Lal Gupta
शकुनियों ने फैलाया अफवाहों का धुंध
शकुनियों ने फैलाया अफवाहों का धुंध
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सच सोच ऊंची उड़ान की हो
सच सोच ऊंची उड़ान की हो
Neeraj Agarwal
सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर
सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर
Suryakant Dwivedi
" मैं कांटा हूँ, तूं है गुलाब सा "
Aarti sirsat
तेरी गली से निकलते हैं तेरा क्या लेते है
तेरी गली से निकलते हैं तेरा क्या लेते है
Ram Krishan Rastogi
साँवरिया तुम कब आओगे
साँवरिया तुम कब आओगे
Kavita Chouhan
सफलता का सोपान
सफलता का सोपान
Sandeep Pande
जिंदगी को रोशन करने के लिए
जिंदगी को रोशन करने के लिए
Ragini Kumari
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
Radha jha
Loading...