Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2016 · 1 min read

गाओ यार गीत वर्षा के !!!

गाओ यार गीत वर्षा के !!!
*************************
हरा-भरा है कोना-कोना,
छोडो अब सूखे का रोना,
हरियाली की गोद में जाके,
गाओ यार गीत वर्षा के ।

आओ हिल-मिल झूला झूलें,
पेंग बढाये,नभ को छू लें ,
तारे- चाँद जमी पे लाके,
गाओ यार गीत वर्षा के ।

माँ जी झट से चाय बनाओ,
मुन्नी गरम पकौडे लाओ,
पीकर चाय पकौडे खाके,
गाओ यार गीत वर्षा के ।

वर्षा रानी की मनमानी,
इसने कुछ करने की ठानी,
इसको अपने अंग लगा के,
गाओ यार गीत वर्षा के ।

***** हरीश चन्द्र लोहुमी

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 3 Comments · 406 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
FUSION
FUSION
पूर्वार्थ
ऐ वतन
ऐ वतन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मलाल आते हैं
मलाल आते हैं
Dr fauzia Naseem shad
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
Ravi Prakash
* सत्य पथ पर *
* सत्य पथ पर *
surenderpal vaidya
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
डॉक्टर
डॉक्टर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पीठ के नीचे. . . .
पीठ के नीचे. . . .
sushil sarna
अच्छा कार्य करने वाला
अच्छा कार्य करने वाला
नेताम आर सी
💐💐मेरी इश्क़ की गल टॉपर निकली💐💐
💐💐मेरी इश्क़ की गल टॉपर निकली💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ जीवन सार
■ जीवन सार
*Author प्रणय प्रभात*
हँस लो! आज  दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
दुष्यन्त 'बाबा'
बिटिया  घर  की  ससुराल  चली, मन  में सब संशय पाल रहे।
बिटिया घर की ससुराल चली, मन में सब संशय पाल रहे।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
शुक्रिया जिंदगी!
शुक्रिया जिंदगी!
Madhavi Srivastava
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
Jitendra kumar
जब कोई बात समझ में ना आए तो वक्त हालात पर ही छोड़ दो ,कुछ सम
जब कोई बात समझ में ना आए तो वक्त हालात पर ही छोड़ दो ,कुछ सम
Shashi kala vyas
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
Manisha Manjari
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं।
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
हर बार बीमारी ही वजह नही होती
हर बार बीमारी ही वजह नही होती
ruby kumari
मुझे किराए का ही समझो,
मुझे किराए का ही समझो,
Sanjay ' शून्य'
कई खयालों में...!
कई खयालों में...!
singh kunwar sarvendra vikram
कहने को तो इस जहां में अपने सब हैं ,
कहने को तो इस जहां में अपने सब हैं ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
"व्यर्थ सलाह "
Yogendra Chaturwedi
कामनाओं का चक्रव्यूह, प्रतिफल चलता रहता है
कामनाओं का चक्रव्यूह, प्रतिफल चलता रहता है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पावस की रात
पावस की रात
लक्ष्मी सिंह
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
Shweta Soni
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
धूम भी मच सकती है
धूम भी मच सकती है
gurudeenverma198
Loading...